गोरखपुर: चरित्र पर शक के चलते पति ने पत्नी की नृशंस हत्या, शंकरपुर गांव में मातम
गोरखपुर जिले के बेलघाट थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। एक पति ने अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करते हुए उसकी निर्ममता से हत्या कर दी। यह घटना घरेलू कलह के उस चरम को दर्शाती है, जब मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक तनाव खतरनाक रूप ले लेता है। घटना 14 तारीख को घटित हुई, जब नकुल गुप्ता नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी सोनी गुप्ता को शंकरपुर बुलाया। पिछले कुछ समय से दोनों के बीच घरेलू विवाद चल रहा था, खासकर सोनी के चरित्र पर शक को लेकर। नकुल ने सोनी के सिर पर हथौड़े से वार किया, जिससे उसकी तत्काल मृत्यु हो गई। वार इतना भयंकर था कि सोनी मौके पर ही दम तोड़ बैठी। नकुल और सोनी की शादी को सात से आठ साल हो चुके थे। शादी के शुरुआती वर्षों में दोनों का जीवन सामान्य था, लेकिन नकुल के विदेश से लौटने के बाद से उनके बीच तनाव बढ़ता गया। नकुल, जो पहले विदेश में काम करता था, लगभग डेढ़ साल पहले शंकरपुर लौट आया था। उसी समय से उसके मन में शक का बीज गहरा हो गया था। उसे लगातार यह शक था कि उसकी पत्नी सोनी का किसी अन्य व्यक्ति के साथ संबंध है।
इस विवाद को सुलझाने के लिए कई बार गांव में पंचायत भी हुई, लेकिन रिश्तों में कोई सुधार नहीं हो सका। इसी बीच नकुल ने सोनी के खिलाफ बिदाई का मुकदमा भी दायर कर दिया था, जिससे तनाव और भी बढ़ गया। सोनी पिछले एक साल से अपने मायके तिघरा में रह रही थी और गोरखपुर के सिटी मॉल में काम कर रही थी।
हत्या से एक दिन पहले, 13 तारीख को नकुल ने सोनी को फोन कर शंकरपुर बुलाया। अगले ही दिन, यानी 14 तारीख को, यह घटना घटी। नकुल ने योजना के तहत सोनी की हत्या की और घटना के बाद मौके से फरार हो गया। पुलिस को जब इस वारदात की सूचना मिली, तो तुरंत एसपी साउथ जितेंद्र कुमार, सीओ खजनी दरवेश कुमार, फोरेंसिक टीम और थाना अध्यक्ष बेलघाट नवनीत नागर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और साक्ष्य एकत्र किए।
एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने बताया, "पति नकुल को अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था, जिसके चलते उसने सोनी के सिर पर हथौड़े से वार कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।"यह घटना समाज के उन पहलुओं को उजागर करती है, जहां रिश्तों में संवा द की कमी और भावनात्मक असंतुलन खतरनाक मोड़ ले लेते हैं। ऐसे मामलों में पंचायती व्यवस्था भी असफल हो जाती है। नकुल और सोनी के बीच लंबे समय से चल रही कलह को सुलझाने के लिए कई बार प्रयास किए गए, लेकिन शक और अविश्वास की दीवार इतनी मजबूत हो गई कि उसने एक निर्दोष जीवन को छीन लिया। यह घटना केवल एक हत्या का मामला नहीं है, बल्कि यह एक चेतावनी है कि हमारे समाज में रिश्तों की बुनियादी संरचना को कैसे मजबूत किया जाए। संदेह, ईर्ष्या और गुस्सा कभी भी समाधान नहीं हो सकते। हमें इन समस्याओं का समाधान संवाद और विश्वास के माध्यम से करना चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इस घटना ने समाज में जागरूकता की कमी को भी उजागर किया है। घरेलू हिंसा और तनाव से निपटने के लिए सही मार्गदर्शन और समर्थन प्रणाली का होना आवश्यक है। अगर नकुल और सोनी को समय पर सही परामर्श और समर्थन मिला होता, तो शायद यह दुखद अंत टल सकता था। इस दर्दनाक घटना ने शंकरपुर गांव में मातम का माहौल बना दिया है। सोनी की हत्या ने न केवल एक परिवार को उजाड़ा है, बल्कि पूरे क्षेत्र में दहशत और असहजता का माहौल पैदा कर दिया है। अब सभी की निगाहें पुलिस पर टिकी हैं कि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़कर न्याय दिलाया जा सके।