बैतूल जिले के मुलताई विधानसभा क्षेत्र के चार मतदान केन्द्रों पर शुक्रवार को पुनर्मतदान हुआ
बैतूल जिले के मुलताई विधानसभा क्षेत्र के चार मतदान केन्द्रों पर शुक्रवार को पुनर्मतदान हुआ। इस मतदान में मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला है। सुबह से ही लोग मतदान के लिए मतदान केन्द्रों के सामने कतार में खड़े हो गए। महिलाओं और पुरूषों ने मतदान केन्द्रों पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। तेज धूप होने के बावजूद भी मतदाताओं में मतदान को लेकर उत्साह कम नहीं हो पाया। दोपहर 3 बजे तक 67.93 प्रतिशत बम्पर मतदान हो चुका था।
जानकारी के अनुसार जिले में 7 मई को लोकसभा चुनाव को लेकर मतदान हुआ। मतदान खत्म होने के बाद मतदानकर्मी ईवीएम मशीन को बस से बैतूल ला रहे थे। रात 10 बजे गौला के पास बस में आग लग गई। आग लगने से ईवीएम मशीन को भी नुकसान पहुंचा। आगजनी के बाद चुनाव आयोग ने मुलताई विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रजापुर, डुडरारैय्यत, कुंडा रैय्यत और चिखलीमाल में 10 मई को पुनर्मतदान के लिए तिथि घोषित की। मतदान के एक दिन पहले ही मतदान दल कड़ी सुरक्षा के बीच पोलिंग बूथों पर पहुंचा और शुक्रवार सुबह 7 बजे से ही चारों मतदान केन्द्रों पर मतदान शुरू कर दिया। मतदान शुरू होते ही मतदाता बड़ी संख्या में मतदान के लिए पहुंच गए। मतदान केन्द्रों के सामने सुबह के समय लंबी-लंबी लाईनें देखने को मिली। दोबारा मतदान में भी मतदाताओं का उत्साह कम नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक रजापुर में 61.31 डुडरारैय्यत में 71.13, कुंडा रैय्यत में 70.15 और चिखलीमाल में 71.11 प्रतिशत मतदान हुआ। इस तरह से चारों मतदान केन्द्रों पर 67.99 प्रतिशत मतदान हो चुका था।
दो ऊंगलियों पर स्याही का निशान
चार मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान होने पर मतदाताओं के हाथ की दो ऊंगलियों पर स्याही के निशान देखने को मिले है। दरअसल 7 मई को हुए मतदान के दौरान बाए हाथ की ऊंगली पर स्याही का निशान लगाया गया, लेकिन 10 मई को फिर से चार मतदान केन्द्रों पर पुनमर्तदान हुआ। पुनर्मतदान होने पर मतदाताओं के बाए हाथ के बीच की ऊंगली पर स्याही का निशान लगाया गया। इस तरह का मौका बहुत कम देखने को मिलता है कि मतदान के दो दिन बाद फिर से मतदान करने का मौका मिला हो।
कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण मतदान
शुक्रवार को मुलताई विधानसभा क्षेत्र के 4 मतदान केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच पुनर्मतदान हुआ। यहां सुरक्षा की दृष्टि से मतदान केन्द्रों पर पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। जैसे ही मतदान की शुरूआत हुई अधिकारियों ने भी मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अब किसी प्रकार से कोई चूक न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। ईवीएम मशीन को लाते समय भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।हालांकि 7 मई को हुई आगजनी की घटना को एक हादसा बताया जा रहा है। इस हादसे से सबक लेते हुए निर्वाचन अधिकारियों द्वारा ईवीएम मशीन को लाते समय भी बारीकी से ध्यान रखा जाएगा। दोपहर 3 बजे तक चारों मतदान केन्द्रों पर शांतिपूर्ण मतदान चल रहा था। किसी प्रकार से कोई विवाद होने की जानकारी सामने नहीं आई।