भाभा अस्पताल में नर्स की पिटाई के खिलाफ प्रदर्शन, सुरक्षा की मांग उठी

भाभा अस्पताल में नर्स की पिटाई के खिलाफ प्रदर्शन, सुरक्षा की मांग उठी

मुंबई: कुर्ला स्थित बीएमसी के भाभा अस्पताल में बुधवार रात को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई जब एक महिला मरीज और उसके रिश्तेदारों ने एक नर्स के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की। इस घटना ने अस्पताल में कार्यरत नर्सों को आक्रोशित कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने गुरुवार की सुबह विरोध प्रदर्शन किया। नर्सों की मांग थी कि इस हिंसा में शामिल लोगों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और अस्पताल में सुरक्षा को मजबूत किया जाए। 

यह घटना बुधवार की रात 11:30 बजे की है जब भाभा अस्पताल के महिला वार्ड में नर्स मोहिनी मटेरे ने मरीज के रिश्तेदारों से वार्ड छोड़ने का अनुरोध किया। यह अनुरोध इसलिए किया गया क्योंकि नर्स को मरीज को दवा देनी थी और यह भी सुनिश्चित करना था कि वार्ड में साफ-सफाई बनी रहे। चूंकि यह महिलाओं का कमरा था, पुरुष रिश्तेदारों को रात के समय बाहर जाने के लिए कहा गया। 

हालांकि, मरीज और उसके रिश्तेदारों ने नर्स के अनुरोध को ठुकरा दिया और कुछ समय बाद अस्पताल छोड़कर चले गए। कुछ देर बाद, वही मरीज अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ अस्पताल लौटी और उन्होंने नर्स मोहिनी मटेरे के साथ गाली-गलौज कर मारपीट की। मटेरे ने तुरंत इस घटना की सूचना अस्पताल के हेड नर्स और मेडिकल सुपरिटेंडेंट को दी और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

इस घटना के बाद नर्सों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और मरीज के परिजनों की गिरफ्तारी के साथ-साथ अस्पताल में सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति की मांग की। नर्सों का यह कदम मरीजों की देखभाल को प्रभावित करने लगा, क्योंकि कई नर्सों ने काम पर नहीं आने का निर्णय लिया। 

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक पद्मश्री अहिरे ने नर्सों के साथ बैठक की और उन्हें आश्वासन दिया कि सुरक्षा के मुद्दे को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद, अस्पताल में सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति की जाएगी ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

इस घटना ने अस्पतालों में सुरक्षा और नर्सों की सुरक्षा के महत्व को उजागर किया है। नर्सें, जो मरीजों की देखभाल का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, उनके लिए सुरक्षित और संरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करना आवश्यक है। उम्मीद है कि अस्पताल प्रशासन जल्द ही आवश्यक कदम उठाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें और नर्सों को सुरक्षा का भरोसा दिया जा सके।