सरयू अमृत महोत्सव 2024: सांस्कृतिक धरोहर का भव्य उत्सव, विभूतियों का होगा सम्मान
संवाददाता- चंद्रप्रकाश मौर्य, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
बड़हलगंज (गोरखपुर): पवित्र सरयू नदी के तट पर इस वर्ष एक विशेष आयोजन होने जा रहा है, जिसका बेसब्री से इंतजार हो रहा है। सरयू अमृत महोत्सव 2024 का भव्य आयोजन 20, 21 और 22 दिसंबर को बड़हलगंज के मुक्तिपथ पर किया जाएगा। इस तीन दिवसीय महोत्सव में कला, संस्कृति, खेल, शिक्षा, और समाजसेवा के विभिन्न रंगों का अद्भुत संगम होगा। इस महोत्सव के माध्यम से न केवल क्षेत्र की लोक कला और संस्कृति को सहेजने का प्रयास किया जा रहा है, बल्कि उन विभूतियों को भी सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने अपने संघर्षों और उपलब्धियों से समाज में एक विशेष स्थान बनाया है।
इस महोत्सव का आयोजन अनेक प्रकार की सांस्कृतिक और खेलकूद प्रतियोगिताओं से सजी एक अलौकिक यात्रा के रूप में होगा। पूरे कार्यक्रम में दर्जन भर से अधिक प्रतियोगिताएं शामिल होंगी, जिनमें शतरंज, कबड्डी, कुश्ती, मैराथन दौड़, जेवलिन थ्रो और नौका दौड़ जैसी विविध गतिविधियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेंगी।
इसके अलावा, इंटर कॉलेज स्तर पर आचार्य चाणक्य स्मृति प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें चिल्लूपार क्षेत्र के 10,000 से अधिक छात्र-छात्राएं हिस्सा लेंगे। वहीं, “हां, मैं बेटी हूं, तो क्या हुआ? कुछ भी कर सकती हूं” विषय पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कैलाशवती मिश्रा की स्मृति में एक विचारोत्तेजक भाषण प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें स्नातक छात्राओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।
महोत्सव की एक विशेषता होगी सम्राट अशोक मौर्य स्मृति वृक्षारोपण अभियान, जो "एक पेड़ मां के नाम" की भावना के साथ चिल्लूपार के हर न्याय पंचायत में संचालित किया जाएगा। इस अभियान के तहत वृक्षारोपण को सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़ते हुए पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। यह कार्यक्रम क्षेत्र में हरित क्रांति का एक मजबूत प्रतीक बनेगा।
डॉ. भीमराव अंबेडकर की स्मृति में जन सरोकार मेले का आयोजन होगा, जिसमें स्वास्थ्य, कृषि, दिव्यांग, वृद्धा, और विधवा पेंशन से संबंधित योजनाओं की जानकारी और लाभार्थियों की सहायता के लिए विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। वहीं, शहीद हरिप्रसाद मल्ल स्मृति भाला फेंक प्रतियोगिता और निषाद राज गुह्य स्मृति नौका दौड़ जैसी खेल प्रतियोगिताएं महोत्सव को और भी रोचक बनाएंगी।
वीर विभूतियों और कलाकारों को समर्पित सांस्कृतिक आयोजन
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. रामलखन शुक्ल और पं. केशभान राय की स्मृति में क्रमशः लोक कला और शतरंज प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी, जबकि स्वतंत्रता सेनानी राम अलख सिंह सैंथवार स्मृति मैराथन दौड़ में हजारों प्रतिभागी भाग लेंगे। महोत्सव के दौरान अंतरराष्ट्रीय पहलवान जयनारायण सिंह और पहलवान हरी निषाद की स्मृति में कुश्ती प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।
लोक कला और साहित्य प्रेमियों के लिए फिराक गोरखपुरी की स्मृति में कवि सम्मेलन महोत्सव की शोभा बढ़ाएगा, जिसमें धुरंधर कवि अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करेंगे।
सरयू अमृत महोत्सव के दौरान समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए 24 विभूतियों को सरयू रत्न सम्मान से नवाजा जाएगा। इसमें शिक्षा, साहित्य, पत्रकारिता, समाजसेवा, उद्यम, श्रम, खेल, कृषि, और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपने संघर्ष और मेहनत से नाम कमाने वाले व्यक्तित्व शामिल होंगे। इसके साथ ही, समाज के फलक पर अपने अद्वितीय संघर्षों से विशेष स्थान हासिल करने वाली 2 महिलाओं को "अपराजिता" सम्मान से विभूषित किया जाएगा, जो अपने-आप में प्रेरणादायक होगा।
महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष और चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य क्षेत्र की उभरती हुई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना है। साथ ही, लोक कला और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संवर्धित करना भी इस आयोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा, "यह महोत्सव न केवल एक उत्सव है, बल्कि क्षेत्र की विभिन्न प्रतिभाओं और धरोहरों को एक साथ जोड़ने का प्रयास है, ताकि नई पीढ़ी इनसे प्रेरणा लेकर अपनी जड़ों से जुड़ी रह सके।"
महोत्सव की तैयारियों को लेकर उत्साह चरम पर है। आयोजन के लिए विभिन्न समितियों का गठन कर जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए हर समिति के सदस्य दिन-रात जुटे हुए हैं। दीपों की आरती की जिम्मेदारी महेश उमर और आलोक गुप्ता की टीम को दी गई है, जो सरयू घाट पर 21,000 दीप जलाकर एक दिव्य आयोजन को अंजाम देंगे।
सांस्कृतिक विभाग और सरकारी सहभागिता
इस महोत्सव को उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग, सूचना, स्वास्थ्य, कृषि, समाज कल्याण, और नगर विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर महोत्सव की एक विशेष स्मारिका "सरयू अमृत" का भी विमोचन किया जाएगा, जिसका संपादन पूर्व उप निदेशक संस्कृति हेमंत मिश्र और उनकी टीम द्वारा किया जाएगा।
सरयू अमृत महोत्सव 2024 न केवल क्षेत्रीय प्रतिभाओं का मंच बनेगा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का भी एक अनूठा प्रयास होगा। इस महोत्सव के माध्यम से क्षेत्र के युवा और कला प्रेमियों को प्रेरणा मिलेगी और वे अपनी संस्कृति और परंपराओं को गर्व से आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे। तीन दिनों तक चलने वाला यह आयोजन बड़हलगंज और पूरे चिल्लूपार क्षेत्र में उत्सव और उल्लास का अद्भुत पर्व साबित होगा।