आजमगढ़ में टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों का सम्मान—गांधी जयंती पर जिलाधिकारी ने प्रधानों को किया सम्मानित, 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य
संवाददाता- मनोज कुमार सिंह, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
आजमगढ़, 2 अक्टूबर 2024— महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत कलेक्ट्रेट भवन के सभागार में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी श्री नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में वर्ष 2023 में टीबी मुक्त हो चुकी ग्राम पंचायतों के प्रधानों को महात्मा गांधी की कांस्य मूर्ति और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा, "यह आप सभी के लिए गर्व का क्षण है कि आपके नेतृत्व में आपके ग्राम पंचायतों ने टीबी जैसी गंभीर बीमारी से मुक्ति पाई है। मैं आशा करता हूँ कि आने वाले वर्ष में और भी ग्राम पंचायतें इस अभियान का हिस्सा बनेंगी और हम 2025 तक टीबी मुक्त जनपद और टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य को साकार करेंगे।"
कार्यक्रम के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी, डॉ. सुरेंद्र सिंह ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों के मानकों पर विस्तार से जानकारी दी और प्रधानों को इस वर्ष भी अपने पंचायतों को टीबी मुक्त रखने की शुभकामनाएं दीं। मुख्य चिकित्साधिकारी, डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि इस वर्ष जनपद के 643 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है और उन्होंने ग्राम प्रधानों से अभियान में पूर्ण सहयोग का आग्रह किया।
समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश का सीधा प्रसारण भी प्रोजेक्टर के माध्यम से किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी के स्वच्छता के प्रति दृढ़ आग्रह का जिक्र करते हुए सभी नागरिकों से साफ-सफाई बनाए रखने की अपील की, ताकि गंदगी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सके।
कार्यक्रम में 2023 में टीबी मुक्त हो चुकी 43 ग्राम पंचायतों के प्रधानों सहित, जिला पंचायत राज अधिकारी, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
"इस सम्मान समारोह ने न केवल प्रधानों को प्रेरित किया, बल्कि पूरे जिले में टीबी उन्मूलन के प्रति एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया। गांधी जी के स्वच्छता के आदर्शों पर आधारित यह अभियान जनस्वास्थ्य को एक नई दिशा दे रहा है।"