मुंबई में बैंकिंग संकट! इंडिया कोऑपरेटिव बैंक पर RBI की सख्ती, खाताधारकों में मची अफरा-तफरी

मुंबई में बैंकिंग संकट! इंडिया कोऑपरेटिव बैंक पर RBI की सख्ती, खाताधारकों में मची अफरा-तफरी

मुंबई में इंडिया कोऑपरेटिव बैंक पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की पाबंदी के बाद खाताधारकों के बीच हड़कंप मच गया है। बैंक के अनियमित लेन-देन और बढ़ते NPA (गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों) के चलते RBI ने इस पर सख्त कार्रवाई की है। बैंक पर छह महीने की पाबंदी लगाई गई है, जिससे जमाकर्ताओं की चिंता बढ़ गई है।

कैश निकालने के लिए उमड़ी भीड़, सिर्फ 5 लाख तक की निकासी की मंजूरी

बैंक के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं, जो अपनी जमा पूंजी निकालने के लिए बेताब हैं। हालांकि, RBI ने राहत देते हुए खाताधारकों को अधिकतम 5 लाख रुपये तक की निकासी की अनुमति दी है। इसके बावजूद, बैंक ग्राहकों में अपने पैसे को लेकर असुरक्षा की भावना गहराती जा रही है।

बढ़ते NPA और वित्तीय अनियमितताओं पर गिरी गाज

RBI ने अपनी जांच में पाया कि इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में वित्तीय अनियमितताएं बढ़ती जा रही थीं और NPA का स्तर चिंताजनक हो गया था। नियमों का पालन न करने और जोखिम भरे कर्ज देने के कारण बैंक की वित्तीय स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी, जिसके चलते नियामक संस्था ने इस पर सख्त कार्रवाई करने का फैसला लिया।

ग्राहकों का भविष्य क्या?

अब सवाल यह उठता है कि बैंक के जमाकर्ताओं का भविष्य क्या होगा? क्या यह प्रतिबंध छह महीने बाद हटेगा या स्थिति और गंभीर होगी? ग्राहकों की निगाहें RBI और बैंक प्रबंधन के अगले फैसले पर टिकी हुई हैं।

क्या आपका पैसा सुरक्षित है? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

बैंकिंग विशेषज्ञों का मानना है कि RBI की यह कार्रवाई जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा करने के लिए की गई है। जो लोग 5 लाख रुपये तक की जमा राशि रखते हैं, उन्हें DICGC (डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन) के तहत सुरक्षा मिलती है। लेकिन बड़े निवेशकों के लिए यह चिंता का विषय बना हुआ है।

बैंकिंग सेक्टर में बढ़ता संकट!

इस घटना ने भारतीय बैंकिंग प्रणाली में मौजूद कमजोरियों को फिर से उजागर कर दिया है। पहले भी कई कोऑपरेटिव बैंकों पर पाबंदियां लग चुकी हैं, जिससे आम जनता की बैंकिंग सिस्टम में भरोसा डगमगाने लगा है।

क्या आने वाले दिनों में और भी बैंक इस तरह की सख्ती की चपेट में आएंगे? क्या आपका पैसा सुरक्षित है? यह सवाल हर बैंक खाताधारक के मन में घर कर गया है।