प्रयागराज महाकुंभ भगदड़: साजिश का एंगल तलाश रही यूपी STF, हाई अलर्ट पर प्रशासन!

प्रयागराज महाकुंभ भगदड़: साजिश का एंगल तलाश रही यूपी STF, हाई अलर्ट पर प्रशासन!

प्रयागराज | मौनी अमावस्या पर प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने जांच तेज कर दी है। पुलिस इस घटना के पीछे साजिश के एंगल की पड़ताल कर रही है।

STF खंगाल रही 16 हजार से ज्यादा मोबाइल नंबरों का डेटा

STF संगम नोज के आसपास सक्रिय मोबाइल नंबरों की जांच कर रही है, जिसमें 16,000 से अधिक नंबरों का विश्लेषण किया जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि कई मोबाइल नंबर घटना के बाद से ही बंद आ रहे हैं। वहीं, कमांड एंड कंट्रोल रूम के सीसीटीवी कैमरों की मदद से संदिग्ध चेहरों की पहचान फेस रिकग्निशन तकनीक से की जा रही है।

तीसरे अमृत स्नान से पहले प्रयागराज में सख्ती, ट्रैफिक पर कड़े प्रतिबंध

वसंत पंचमी पर महाकुंभ में होने वाले तीसरे अमृत स्नान (3 फरवरी) से पहले सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। बाहरी वाहनों के शहर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। श्रद्धालुओं को शटल बसों या पैदल ही संगम तक पहुंचने की व्यवस्था की गई है। यह पाबंदी 2 से 4 फरवरी तक लागू रहेगी।

वीआईपी पास रद्द, अब साधुओं के शिविरों तक भी नहीं मिलेगी एंट्री

भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। मुख्य स्नान पर्व के एक दिन पहले और एक दिन बाद तक सभी वीआईपी पास रद्द कर दिए गए हैं। यहां तक कि महाकुंभ क्षेत्र में बने साधुओं और अखाड़ों के शिविरों तक भी वीआईपी मूवमेंट पर रोक लगा दी गई है।

प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से पहले प्रयागराज हाई अलर्ट पर!

5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज महाकुंभ में आने वाले हैं। उनकी यात्रा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। प्रशासन के मुताबिक, किसी भी वीआईपी मूवमेंट की जानकारी कम से कम एक हफ्ते पहले देना अनिवार्य होगा, ताकि व्यवस्था बाधित न हो।

34 करोड़ श्रद्धालुओं ने अब तक लगाई पवित्र डुबकी!

उत्तर प्रदेश सूचना विभाग के अनुसार, अब तक 34 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं। अकेले मौनी अमावस्या के दिन 41.90 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई।

महाकुंभ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पुलिस की पैनी नजर!

यूपी पुलिस और प्रशासन हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। STF और अन्य सुरक्षा एजेंसियां हर पहलू से जांच कर रही हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं इस भगदड़ के पीछे किसी गहरी साजिश का हाथ तो नहीं है।