जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने आजमगढ़ में ग्रामीण विकास और शिक्षा की गुणवत्ता की समीक्षा की, कई परियोजनाओं का निरीक्षण किया
आजमगढ़: जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज का आजमगढ़ के तहसील लालगंज के ग्राम उबारपुर लखमीपुर में भ्रमण एक प्रेरणादायक अध्याय रहा, जहां उन्होंने अपनी नेतृत्व शैली और समर्पण का अद्वितीय परिचय दिया। इस भ्रमण के दौरान उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और शिक्षा की गुणवत्ता को प्राथमिकता दी। जिलाधिकारी ने सबसे पहले काली माता मंदिर पोखरी के जीर्णोद्धार कार्यों का निरीक्षण किया, जो न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि ग्रामीणों की जीवनधारा भी है। यहां मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्यरत श्रमिकों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना। जिलाधिकारी ने श्रमिकों के मस्टर रोल का गहन निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया कि कार्य निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो रहा है।
इसके बाद, जिलाधिकारी ने उबारपुर लखमीपुर के कंपोजिट विद्यालय का दौरा किया। यहां उन्होंने बच्चों से उनकी पढ़ाई और मिड डे मील की जानकारी प्राप्त की। बच्चों के बीच जाकर उन्होंने किताबों को पढ़वाया और उनके शैक्षिक स्तर का मूल्यांकन किया। अध्यापकों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने का सख्त निर्देश दिया गया, ताकि हर बच्चा अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सके। जिलाधिकारी के इस प्रयास से विद्यालय में शिक्षा के स्तर को और भी ऊंचाइयों तक ले जाने की प्रेरणा मिली।
जिलाधिकारी ने अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत बने सोनऊ का पोखरा का निरीक्षण किया। यहां वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। पोखरे के सौन्दर्यीकरण कार्यों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने इस कार्य में लगी टीम को प्रोत्साहित किया और कार्यों की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया। खंड विकास अधिकारी को उन्होंने निर्देशित किया कि पोखरे के आसपास अधिक से अधिक वृक्षारोपण हो, ताकि यह क्षेत्र हरा-भरा और स्वच्छ बना रहे। इसके बाद ग्राम नंदापुर के गोंड़ पोखरे का दौरा करते हुए उन्होंने अमृत सरोवर योजना की सराहना की और इसे एक आदर्श योजना करार दिया। जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय मई खरगपुर का भी निरीक्षण किया, जहां अध्यापकों से छात्रों की संख्या और उपस्थिति की जानकारी प्राप्त की। छात्रों की कम उपस्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने इसे बढ़ाने के निर्देश दिए, ताकि सभी बच्चे शिक्षा के अधिकार का लाभ उठा सकें। इस भ्रमण के दौरान डीसी एनआरएलएम, खंड विकास अधिकारी और अन्य अधिकारी जिलाधिकारी के साथ रहे। उनका यह दौरा केवल निरीक्षण तक सीमित नहीं था, बल्कि ग्रामीण विकास और शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करने वाला साबित हुआ। जिलाधिकारी के इस समर्पणपूर्ण प्रयास ने लोगों के दिलों में उम्मीद की नई किरण जगाई है।