बांग्लादेश में बड़ा राजनीतिक भूचाल! मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना की अवामी लीग पर लगाया प्रतिबंध

बांग्लादेश में बड़ा राजनीतिक भूचाल! मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना की अवामी लीग पर लगाया प्रतिबंध

बांग्लादेश में शनिवार को एक ऐतिहासिक और विस्फोटक राजनीतिक फैसला लिया गया। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने देश की सबसे प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक — शेख हसीना की 'अवामी लीग' — पर आतंकवाद विरोधी कानून के तहत प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला यूनुस कैबिनेट की आपातकालीन बैठक के बाद लिया गया और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा व संप्रभुता की रक्षा के लिए अनिवार्य बताया गया है।

क्यों लगाया गया बैन?

यूनुस कार्यालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है:

"अवामी लीग और उसके नेताओं के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) में गंभीर आरोपों की जांच चल रही है। जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, पार्टी पर प्रतिबंध लागू रहेगा।"

इस निर्णय के पीछे जुलाई 2024 में हुए जनविद्रोह की पृष्ठभूमि को भी अहम माना जा रहा है, जिसने तत्कालीन शेख हसीना सरकार की नींव हिला दी थी। विद्रोह में शामिल कार्यकर्ताओं, गवाहों और शिकायतकर्ताओं की सुरक्षा के लिहाज़ से भी यह कार्रवाई जरूरी बताई गई है।

राजनीतिक इतिहास में असाधारण मोड़

अवामी लीग, जो दशकों तक बांग्लादेश की राजनीति की धुरी रही है, इस तरह से प्रतिबंधित की जाएगी — यह किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। शेख हसीना, जो देश की सबसे लंबी अवधि तक प्रधानमंत्री रहने वाली नेता हैं, अब एक संदिग्ध जांच की प्रक्रिया का हिस्सा बन गई हैं।

क्या यह लोकतंत्र की रक्षा या राजनीति की सेंसरशिप?

अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों और मानवाधिकार संगठनों की नजरें अब बांग्लादेश की ओर मुड़ गई हैं। कुछ इसे लोकतंत्र के हित में कड़ा फैसला मान रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक असहमति को कुचलने की कार्रवाई बता रहे हैं।

"एक समय देश की ताक़त रही पार्टी अब न्याय के कटघरे में है — बांग्लादेश की राजनीति एक नए मोड़ पर खड़ी है, जहां लोकतंत्र, सत्ता और जवाबदेही तीनों आमने-सामने हैं!"