ऑपरेशन सिंदूर की गूंज से हिला पाकिस्तान! सीजफायर को माना, फिर भी कर बैठा विश्वासघात

भारतीय सेना के साहसिक 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई प्रभावशाली और निर्णायक कार्रवाई ने न केवल आतंक के अड्डों को ध्वस्त किया, बल्कि पाकिस्तान को सीजफायर की अपील करने पर मजबूर कर दिया। यह भारत की सैन्य दृढ़ता और रणनीतिक विजय का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है।
पाकिस्तान ने माना पर भरोसा नहीं निभाया
शुक्रवार को हुए सैन्य ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने औपचारिक रूप से युद्धविराम की इच्छा जताई, लेकिन शनिवार देर शाम से ही उसने अपनी फितरत दिखा दी। सीजफायर की स्याही सूखी भी नहीं थी कि पाकिस्तानी रेंजरों ने फिर से गोलाबारी शुरू कर दी।
अमृतसर में ब्लैकआउट, लोगों से की गई सतर्कता की अपील
पंजाब के अमृतसर में रविवार सुबह 4:29 बजे ब्लैकआउट की घोषणा की गई। पूरा शहर अंधेरे में डूब गया, लोगों को घरों के भीतर रहने, खिड़कियों और खुले स्थानों से दूर रहने के निर्देश दिए गए। हालाँकि एक घंटे बाद बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई, लेकिन पूरे क्षेत्र में तनाव और सतर्कता का माहौल बना हुआ है।
सेना का स्पष्ट संदेश – "हमने शांति का हाथ बढ़ाया, लेकिन जवाब के लिए तैयार हैं"
भारतीय सेना की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि
"भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यदि कोई हमारी सीमाओं से खेलने की कोशिश करेगा, तो ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक शुरुआत थी।"
जनता का विश्वास और सेना का साहस
लोगों ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर भारतीय सेना को सलाम किया है। हर गली, हर गांव में अब एक ही बात हो रही है –
"भारत अब सिर्फ सुनता नहीं, मुंहतोड़ जवाब देता है!
"शांति की बात करने वालों को हम गले लगाते हैं, लेकिन छल करने वालों को 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसा जवाब देना भारत अब बखूबी जानता है!"