अयोध्या में राम मंदिर निर्माण अंतिम चरण में, 5 जून तक पूरा होगा कार्य – 3 जून से राम दरबार की प्राण-प्रतिष्ठा

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण अंतिम चरण में, 5 जून तक पूरा होगा कार्य – 3 जून से राम दरबार की प्राण-प्रतिष्ठा

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का बड़ा ऐलान – VIP अतिथियों को नहीं मिलेगा आमंत्रण, आयोजन होगा पूरी श्रद्धा और सादगी से

अयोध्या | विशेष संवाददाता
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी दी है कि 5 जून 2025 तक मंदिर का संपूर्ण निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

इस ऐतिहासिक अवसर से पहले 3 जून से भव्य प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की शुरुआत होगी, जिसमें 'राम दरबार' की विधिवत प्रतिष्ठा की जाएगी। यह आयोजन धार्मिक शास्त्रों के अनुसार पूरी श्रद्धा, भक्ति और मर्यादा के साथ किया जाएगा।


???? 'राम दरबार' की प्राण-प्रतिष्ठा: आध्यात्मिक उल्लास का शुभारंभ

3 जून से जो आयोजन शुरू होगा, वह केवल एक मूर्ति स्थापना नहीं, बल्कि रामराज्य की पुनर्स्थापना की सांस्कृतिक घोषणा मानी जा रही है। राम दरबार में भगवान श्रीराम के साथ माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएं प्रतिष्ठित की जाएंगी।

पूरे आयोजन में देशभर से श्रेष्ठ आचार्य, वेदपाठी ब्राह्मण और सनातन धर्म के अनुयायी आमंत्रित होंगे। भव्य वैदिक अनुष्ठान, यज्ञ और कीर्तन के साथ यह कार्य सम्पन्न होगा।


???? न VIP बुलावा, न राजनीतिक रंग

ट्रस्ट अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने साफ किया कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में न तो केंद्र सरकार और न ही राज्य सरकार के किसी वीआईपी को आमंत्रित किया जाएगा।

उन्होंने कहा:
“यह आयोजन पूरी तरह धार्मिक और लोकहितकारी है। इसमें किसी प्रकार का राजनीतिक या प्रशासनिक हस्तक्षेप नहीं होगा। भगवान राम के दरबार में केवल श्रद्धा और भक्ति की उपस्थिति होगी।”

इस निर्णय को सोशल मीडिया पर भी बहुत सराहा जा रहा है, लोग इसे "रामराज्य की मर्यादा के अनुरूप" बता रहे हैं।


मंदिर निर्माण की प्रमुख उपलब्धियाँ

  • 5 जून तक निर्माण का प्रमुख कार्य पूर्ण हो जाएगा

  • संगमरमर और बलुआ पत्थर की अद्भुत कारीगरी

  • भव्य 'गर्भगृह' जिसमें भगवान रामलला की प्रतिष्ठा पहले ही की जा चुकी है

  • अति भव्य और विशाल 'राम दरबार' का स्वरूप लोगों को आध्यात्मिक अनुभूति देगा


क्या होगा समारोह में खास?

  • वैदिक मंत्रों के साथ मूर्ति प्रतिष्ठा

  • भारत के विभिन्न भागों से पवित्र नदियों का जल लाकर होगा अभिषेक

  • अखंड रामनाम संकीर्तन, रामायण पाठ, दीप प्रज्ज्वलन

  • राम कथा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, संत संगोष्ठी


अयोध्या तैयार है, दुनिया देखेगी रामराज्य की झलक

यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, भारतीय संस्कृति और विश्वास की पुनर्पुष्टि है। राम मंदिर का निर्माण न केवल आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की आध्यात्मिक पहचान को भी नया आयाम देगा।