आदि कैलाश और ओम पर्वत की पुण्यभूमि पर पहुंचे जेपी नड्डा, वीर सैनिकों को किया नमन, देशवासियों की सुख-शांति के लिए की प्रार्थना

आदि कैलाश और ओम पर्वत की पुण्यभूमि पर पहुंचे जेपी नड्डा, वीर सैनिकों को किया नमन, देशवासियों की सुख-शांति के लिए की प्रार्थना

विस्तृत रिपोर्ट:
उत्तराखंड की पवित्र हिमालयी वादियों में स्थित आदि कैलाश और ओम पर्वत का दर्शन कर केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने आध्यात्मिक ऊर्जा और राष्ट्रभक्ति का एक दुर्लभ संगम प्रस्तुत किया।

पिथौरागढ़ ज़िले की ऊँचाइयों पर पहुँचकर उन्होंने जहां देश की रक्षा में दिन-रात तैनात वीर जवानों से मुलाकात की, वहीं देश के सुख, समृद्धि और शांति के लिए भी ईश्वर से प्रार्थना की।

दर्शन का महत्व:
आदि कैलाश और ओम पर्वत को हिंदू धर्म में शिव की दिव्य भूमि माना जाता है। यहां ‘ॐ’ का स्वाभाविक रूप से बना चिन्ह हजारों श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव कराता है। जेपी नड्डा ने इन स्थलों पर मत्था टेककर भारत की संस्कृति, आध्यात्म और राष्ट्रसेवा को एक सूत्र में पिरोया।

 सैनिकों से संवाद:
इस यात्रा के दौरान नड्डा ने वहां कड़ी परिस्थितियों में डटे जवानों से बात की, उनका हालचाल जाना और उनके साहस, समर्पण और निष्ठा को सैल्यूट किया। उन्होंने कहा:

"देश की सीमाओं पर खड़े हमारे वीर सैनिक ही भारत की असली ताकत हैं। उनके बलिदान और अनुशासन को शब्दों में समेटना संभव नहीं।"

प्रार्थना का संदेश:
आदि कैलाश की शांत वादियों में खड़े होकर नड्डा ने देशवासियों के लिए की प्रार्थना —
“भारतवर्ष को सदैव सुख, समृद्धि और शांति मिले; हर घर में खुशहाली रहे और हमारे जवान सदैव सुरक्षित रहें।”

यह यात्रा सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति, आध्यात्म और सैनिकों के सम्मान का संगम थी।