रमजान की रात हैवानियत: पत्नी ने संबंध से किया इनकार, तो मासूम को किडनैप कर दरिंदगी के बाद उतारा मौत के घाट

रमजान की रात हैवानियत: पत्नी ने संबंध से किया इनकार, तो मासूम को किडनैप कर दरिंदगी के बाद उतारा मौत के घाट

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिल्हौर में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। रमजान के पाक महीने में जहां लोग इबादत में लगे थे, वहीं एक शैतानी दिमाग दरिंदगी की हदें पार कर रहा था।

पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले मासूम को अगवा कर उसके साथ कुकर्म करने के बाद हत्या कर दी गई। आरोपियों ने शव को कुएं में फेंकने के बाद परिजनों से 10 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी, ताकि वारदात को लूटपाट का रंग दिया जा सके। लेकिन कानून के हाथ लंबे होते हैं—पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही एक आरोपी नजर अली उर्फ हुसैन को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा आरोपी अजहर उर्फ अज्जू अभी फरार है।

पत्नी ने रोका, तो मासूम बना हैवानियत का शिकार

पुलिस जांच में जो खुलासा हुआ, वह रूह कंपा देने वाला था। आरोपी नजर अली की पत्नी रमजान के चलते शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार नहीं थी, जिससे उसकी हवस भड़क उठी। इस दुराचार के लिए उसने एक मासूम को शिकार बना डाला। उसने अपने साथी अजहर के साथ मिलकर बच्चे को किडनैप किया, कुकर्म किया और फिर पहचान उजागर होने के डर से उसकी हत्या कर दी।

मोबाइल लोकेशन से खुला राज, पुलिस की मुस्तैदी से टूटी साजिश

वारदात के बाद आरोपी खुद को बचाने के लिए फिरौती की चाल चल रहे थे, लेकिन पुलिस की तेज़ी और तकनीकी जांच ने 24 घंटे के भीतर ही उन्हें बेनकाब कर दिया। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने नजर अली को दबोच लिया, जिससे पूरी वारदात का पर्दाफाश हुआ।

आरोपी अजहर की तलाश जारी, पुलिस का दावा- जल्द होगी गिरफ्तारी

फिलहाल, मुख्य आरोपी नजर अली पुलिस की गिरफ्त में है, जबकि उसका साथी अजहर फरार है। पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी का दावा किया जा रहा है।

न्याय की मांग, समाज में आक्रोश

इस बर्बरता ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। लोग आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में कोई और मासूम ऐसी दरिंदगी का शिकार न बने। यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि समाज में ऐसे भेड़ियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि बच्चों का बचपन सुरक्षित रह सके।

यह सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि इंसानियत पर लगा कलंक है। न्याय की उम्मीद और सख्त सजा ही समाज में ऐसी दरिंदगी पर रोक लगा सकती है।