जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार पर जोर दिया, विद्यालयों में सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश

जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार पर जोर दिया, विद्यालयों में सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश

आजमगढ़, 22 अगस्त – जिलाधिकारी श्री विशाल भारद्वाज ने आज शाम कलेक्ट्रेट सभागार में बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने जिले के विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और छात्र उपस्थिति में सुधार के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए। बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, और समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों के अलावा मुख्य विकास अधिकारी श्री परीक्षित खटाना, जिला विकास अधिकारी श्री संजय कुमार सिंह और अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी ने प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को निर्देशित किया कि वे एक सकारात्मक और प्रेरणादायक शिक्षण वातावरण बनाएँ। उन्होंने कहा कि अध्यापक अपनी व्यक्तिगत रुचि और नवीनतम शिक्षण विधियों का उपयोग कर छात्रों को अच्छी शिक्षा प्रदान करें। उन्होंने शिक्षकों से अपेक्षा की कि वे समय पर विद्यालय पहुंचें और शिक्षण की गुणवत्ता को ऊंचा बनाएं, साथ ही छात्र-छात्राओं को विद्यालय आने के लिए प्रेरित करें।

श्री भारद्वाज ने पिछले वर्ष की तुलना में इस साल प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की कम संख्या पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले 6 साल तक के बच्चों के प्रवेश को सुनिश्चित करने के लिए आपसी समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए पेरेंट्स मीटिंग आयोजित करने का निर्देश दिया, ताकि अभिभावकों से मिलकर उपस्थिति को शत प्रतिशत सुनिश्चित किया जा सके।

मिड डे मील की गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि छात्रों को निर्धारित रोस्टर और मानक के अनुसार पौष्टिक भोजन मिले। उन्होंने डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजी गई धनराशि के उचित उपयोग के लिए अभिभावकों को प्रेरित करने की आवश्यकता की बात की। कायाकल्प योजना की समीक्षा करते हुए श्री भारद्वाज ने कहा कि अवशेष विद्यालयों का शत प्रतिशत कायाकल्प निर्धारित पैरामीटर के अनुसार इस माह के भीतर पूर्ण करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शौचालय, बाउंड्रीवॉल, टायलीकरण, और अन्य अवशेष कार्यों की तत्परता से समीक्षा की और निर्माण कार्यों को गुणवत्तायुक्त बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से पीएमसी योजना के तहत चयनित परिषदीय विद्यालयों में दिव्यांग सुलभ शौचालय और अतिरिक्त कक्षों के निर्माण को प्राथमिकता देने की बात कही| इसके अलावा, जिलाधिकारी ने स्मार्टफोन और टैबलेट के वितरण लक्ष्य को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की समीक्षा की। उन्होंने निष्प्रयोज्य भवनों को प्राथमिकता से ध्वस्त करने की आवश्यकता पर बल दिया और ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया तक बैरिकेट लगाने के निर्देश दिए।

इस समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि जिले के शिक्षा और विकास कार्यों में सुधार सुनिश्चित किया जा सके।