आजमगढ़: विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

आजमगढ़: विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

आजमगढ़, 28 अगस्त 2024: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय के तत्वावधान में संचालित विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत 10 दिवसीय कौशल एवं उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ आज बड़े धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय सदस्य विधान परिषद श्री राम सूरत राजभर के प्रतिनिधि श्री राम सागर राजभर एवं उपायुक्त उद्योग श्री एस.एस. रावत द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस कार्यक्रम ने आजमगढ़ के उद्यमियों और श्रमिकों के लिए नए अवसरों का द्वार खोल दिया है।

इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देना और स्थानीय श्रमिकों के कौशल को निखारना है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिले। विधायक प्रतिनिधि श्री राम सागर राजभर ने इस अवसर पर लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को प्रेरित किया कि वे इस प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान का सही उपयोग करें और अपने भविष्य को उज्जवल बनाएं। 

उपायुक्त उद्योग श्री एस.एस. रावत ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बताया कि प्रशिक्षण उपरांत विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के तहत लाभार्थियों को विशेष सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा, "यह कार्यक्रम केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से हम स्थानीय उद्यमियों और श्रमिकों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से भी जोड़ेंगे।" श्री रावत ने यह भी बताया कि सरकार की इस योजना का उद्देश्य न केवल कौशल विकास करना है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना भी है, जिससे वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

इस अवसर पर आजमगढ़ के प्रमुख उद्योग और खादी ग्रामोद्योग के अधिकारी भी उपस्थित रहे। श्री पवन कुमार श्रीवास्तव, प्राचार्य उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड आजमगढ़, श्री राजेश कुमार यादव, अपर सांख्यिकी अधिकारी जिला उद्योग आजमगढ़, और श्री राम नवल चौहान, सहायक प्रबंधक एवं नोडल अधिकारी वीएसएसवाई, जिला उद्योग आजमगढ़ ने अपने विचार साझा किए और प्रशिक्षण कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला। इसके अतिरिक्त, श्री बी.एस. चौहान और श्री अखिलेश कुमार मौर्य सहित अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

यह 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम उन स्थानीय कारीगरों और श्रमिकों के लिए आयोजित किया गया है जो अपने कौशल को और अधिक विकसित करना चाहते हैं और अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक संचालित करना चाहते हैं। इस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें आधुनिक उद्यमिता और व्यावसायिक प्रबंधन के गुर सिखाए जाएंगे, जिससे वे बेहतर तरीके से अपने कार्यक्षेत्र में दक्ष हो सकें। कार्यक्रम के अंत में लाभार्थियों को टूलकिट भी प्रदान की जाएगी, जिससे वे अपने कौशल का व्यावहारिक उपयोग कर सकें।

विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो स्थानीय श्रमिकों और उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में प्रयासरत है। इस योजना के अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल कौशल विकास पर केंद्रित हैं, बल्कि उन्हें उद्यमिता की दिशा में प्रेरित करने के लिए भी प्रयासरत हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से आजमगढ़ के सैकड़ों श्रमिकों और उद्यमियों को नए अवसर मिलेंगे और वे अपनी मेहनत और कौशल से अपने और अपने परिवारों का जीवन स्तर सुधार सकेंगे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से न केवल आजमगढ़ के स्थानीय व्यापार और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान होगा।