जिनेवा में भारत की दमदार आवाज़: अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की बैठक में श्रम कल्याण और सामाजिक न्याय पर प्रभावी नेतृत्व

जिनेवा में भारत की दमदार आवाज़: अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की बैठक में श्रम कल्याण और सामाजिक न्याय पर प्रभावी नेतृत्व

जिनेवा,  भारत ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर अपनी मज़बूत उपस्थिति दर्ज कराई! स्विट्जरलैंड के जिनेवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की 353वीं शासी निकाय की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व श्रम और रोजगार मंत्रालय की सचिव सुश्री सुमिता डावरा ने किया। इस महत्वपूर्ण बैठक में उन्होंने भारत की श्रम कल्याण, सामाजिक न्याय और गुणवत्तापूर्ण रोजगार सृजन की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति को उजागर किया और वैश्विक मुद्दों पर सार्थक हस्तक्षेप किए।

भारत की प्रभावशाली भागीदारी और चर्चाएँ

भारत ने वैश्विक मंच पर सामाजिक संरक्षण, जिम्मेदार व्यावसायिक आचरण, जीवन-यापन के लिए उचित मजदूरी, एआई और कामकाज का भविष्य तथा निष्पक्ष वैश्विक प्रवासन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जोर दिया। साथ ही, ILO के महानिदेशक श्री गिल्बर्ट एफ. हुंगबो और अन्य वरिष्ठ विशेषज्ञों के साथ द्विपक्षीय चर्चाओं में भी भाग लिया।

इस अवसर पर सुश्री डावरा ने भारत की ईपीएफओ, ईएसआईसी, ई-श्रम पोर्टल, पीएम जन आरोग्य योजना और लक्षित पीडीएस जैसी बड़ी योजनाओं की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत की सामाजिक सुरक्षा कवरेज अब दोगुनी हो चुकी है, जो वैश्विक औसत से 5 प्रतिशत अधिक है।

सामाजिक न्याय के लिए भारत का समर्थन

भारत ने कतर के दोहा में आयोजित होने वाले सामाजिक विकास हेतु द्वितीय वैश्विक शिखर सम्मेलन को समर्थन देते हुए 2030 एजेंडा के सामाजिक आयाम को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

भारत ने रसायनों और कचरे से सुरक्षा के लिए अपने भारत 2047 कार्य योजना की भी सराहना की, जिसमें बड़ी दुर्घटनाओं से संबंधित जोखिमों को कम करने के उपाय शामिल हैं।

प्रवासन और श्रमिक अधिकारों के मुद्दे पर भारत की पहल

भारत ने वैश्विक स्तर पर कौशल आधारित प्रवास मार्गों को मजबूत करने और प्रवासी श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए ILO के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई। साथ ही, भारत ने ILO आधारित सामाजिक न्याय के लिए वैश्विक गठबंधन के तहत प्रवासन पर पहला त्रिपक्षीय मंच आयोजित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया।

ILO महानिदेशक के साथ विशेष मुलाकात

ILO के महानिदेशक श्री गिल्बर्ट एफ. हुंगबो ने सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने की भारत की पहलों की प्रशंसा की और कहा कि भारत का नेतृत्व वैश्विक सहयोग को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने भारत को सामाजिक न्याय से संबंधित वार्षिक फोरम में भाग लेने और उद्योग जगत की सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया।

आगे का रास्ता

यह बैठक केवल नीतिगत चर्चाओं का मंच नहीं थी, बल्कि वैश्विक श्रमिक कल्याण और रोजगार की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता का एक सबूत थी। भारत का यह प्रयास विश्व के सभी देशों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन रहा है।

आइए, हम सब मिलकर इस शानदार पहल का समर्थन करें और सामाजिक न्याय एवं श्रमिक कल्याण की दिशा में नई ऊँचाइयाँ हासिल करें।