भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक साझेदारी: दो वर्षों में बेमिसाल सफलता, 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य

भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक साझेदारी: दो वर्षों में बेमिसाल सफलता, 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य

भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (इंड-ऑस ईसीटीए) ने सफलता के दो वर्ष पूरे कर लिए हैं, जिससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। इस समझौते ने द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर दिया है, जो 2022-23 में 26 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। इसके साथ ही, छोटे और मंझले उद्यमों (एमएसएमई), व्यापारों और रोजगार के लिए नए अवसर भी उत्पन्न हुए हैं।

दोनों देशों के बीच व्यापार को और भी गति मिली है, विशेष रूप से कपड़ा, रसायन और कृषि क्षेत्रों में। साथ ही, भारत के उद्योगों को धातु अयस्कों, लकड़ी, और अन्य कच्चे माल के आयात से भी प्रोत्साहन मिल रहा है। इन विकासों के साथ-साथ भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापार संबंधों को और भी मजबूती मिली है, और अब भारत-ऑस्ट्रेलिया सीईसीए (व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता) पर काम हो रहा है, जो दोनों देशों के व्यापार एजेंडे को और अधिक महत्वाकांक्षी रूप से आगे बढ़ाएगा।

भारत और ऑस्ट्रेलिया मिलकर 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक ले जाने के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह साझेदारी दोनों देशों की आर्थिक समृद्धि को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी और वैश्विक अर्थव्यवस्था में योगदान देने के नए रास्ते खोलेगी।