अहमदाबाद प्लेन क्रैश: 270 मौतों की पुष्टि, डीएनए सैंपल के आधार पर 199 यात्री और 22 स्थानीय मृतकों की पहचान

अहमदाबाद प्लेन क्रैश: 270 मौतों की पुष्टि, डीएनए सैंपल के आधार पर 199 यात्री और 22 स्थानीय मृतकों की पहचान

अहमदाबाद, मेघाणी नगर
देश को झकझोर देने वाले एयर इंडिया विमान हादसे के बाद अब तक 270 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मेघाणी नगर के इस भयावह हादसे में 241 यात्री सवार थे, जिनमें से केवल एकविश्वास नामक यात्री — ही बच सका। बाकी सभी 240 यात्रियों समेत 30 से अधिक स्थानीय लोग भी इस त्रासदी का शिकार बने।


डीएनए परीक्षण के बाद पहचान का सिलसिला जारी

हादसे में बुरी तरह से क्षत-विक्षत शवों की पहचान के लिए डीएनए सैंपलिंग की प्रक्रिया अपनाई गई।
अब तक:

  • 231 मृतकों के डीएनए सैंपल उनके परिजनों से मैच हो चुके हैं

  • इनमें से 210 मृतदेह परिजनों को सौंपे जा चुके हैं

  • 21 मृतदेह फिलहाल अहमदाबाद सिविल अस्पताल में रखे गए हैं

इन 21 में:

  • 10 मृतकों के परिजन शनिवार सुबह तक प्रक्रिया पूर्ण कर मृतदेह ग्रहण करेंगे

  • 3 मृतदेह एयर क्लीयरेंस के बाद सौंपे जाएंगे

  • 8 मृतदेह अभी दूसरे संभावित परिजनों के डीएनए मैच होने का इंतज़ार कर रहे हैं


यात्री और स्थानीय लोग – दोनों हादसे के शिकार

अब तक जिन 210 मृतदेहों को परिजनों को सौंपा गया है, उनमें:

  • 199 यात्री थे, जिनमें:

    • ???????? 155 भारतीय नागरिक

    • ???????? 36 ब्रिटिश नागरिक

    • ???????? 7 पुर्तगाली नागरिक

    • ???????? 1 कनाडियन नागरिक

  • 11 स्थानीय नागरिक ऐसे थे जो विमान से नहीं बल्कि हादसे की चपेट में आकर मारे गए

इसके अतिरिक्त:

  • 8 मृतदेह, जिन्हें डीएनए टेस्ट के बिना पहचाना जा सका, पहले ही सौंप दिए गए

  • 3 लोग इलाज के दौरान दम तोड़ चुके हैं

???? इन सभी 11 को मिलाकर स्थानीय मृतकों की संख्या अब 22 हो चुकी है


अब तक की कुल मौतें: 270

  • प्लेन में सवार यात्री: 241

    • मृतक: 240

    • जीवित: 1 (विश्वास)

  • ????️ स्थानीय मृतक: 22

  • ➕ कुल पुष्टि: 270 मौतें

हालांकि यह संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि:

  • 21 शवों की पहचान और सौंपने की प्रक्रिया अभी बाकी है

  • इनमें कुछ शव स्थानीय भी हो सकते हैं


त्रासदी की व्यापकता और पीड़ा

इस भीषण हादसे ने न सिर्फ विमान यात्रियों के परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि आसपास के स्थानीय लोगों को भी अनहोनी की चपेट में ला दिया।
जिस तरह से डीएनए परीक्षण के सहारे शवों की पहचान हो रही है, वह दर्शाता है कि हादसे की भयावहता कितनी गहरी थी।


सरकारी और चिकित्सा प्रयास जारी

प्रशासन द्वारा लगातार:

  • डीएनए परीक्षणों को तेज़ी से अंजाम दिया जा रहा है

  • परिजनों को सही और सम्मानपूर्वक शव सौंपने की प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जा रही है

  • मानसिक और सामाजिक सहायता की व्यवस्था की जा रही है

यह हादसा सिर्फ एक विमान दुर्घटना नहीं, बल्कि सैकड़ों परिवारों के जीवन में गहरे अंधकार का आगमन है। सरकार की चुनौती है कि हर मृतक को पहचान और सम्मान मिल सके। वहीं समाज की जिम्मेदारी है — पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ा रहना।

इस भयंकर त्रासदी में जान गंवाने वाले सभी मृतकों को श्रद्धांजलि
उनके परिवारों को हिम्मत और साहस मिले — यही कामना है।