भारत इस्पात 2025: इस्पात मंत्रालय के सचिव ने की तैयारियों की समीक्षा, वैश्विक स्टील क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका पर दिया जोर

भारत इस्पात 2025: इस्पात मंत्रालय के सचिव ने की तैयारियों की समीक्षा, वैश्विक स्टील क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका पर दिया जोर

नई दिल्ली। भारत के इस्पात उद्योग को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के उद्देश्य से इस्पात मंत्रालय के सचिव श्री संदीप पौंड्रिक ने आगामी ‘इंडिया स्टील 2025’ आयोजन की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। यह भव्य अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 24-26 अप्रैल, 2025 को आयोजित किया जाएगा, जो भारत के समृद्ध इस्पात उद्योग की ताकत, संभावनाओं और नवाचारों को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण मंच होगा।

दिग्गजों का मंच: नीति निर्माताओं से उद्योग जगत के दिग्गजों तक की भागीदारी

इस बैठक में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, इस्पात मूल्य श्रृंखला से जुड़े प्रमुख देशों के राजदूतों, विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (CPSU) के अध्यक्षों और प्रबंध निदेशकों (CMD) तथा शीर्ष निजी उद्योगों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक का उद्देश्य इस आयोजन को वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली और सफल बनाना था, जिससे भारत के इस्पात उद्योग को नई उड़ान मिले।

‘इंडिया स्टील 2025’ – एक क्रांतिकारी पहल

‘इंडिया स्टील 2025’ न केवल इस्पात उद्योग का एक शानदार शोकेस होगा, बल्कि यह नीति निर्माण, वैश्विक साझेदारियों और नवीनतम तकनीकी विकास पर गहन चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच भी बनेगा। इस आयोजन की मुख्य विशेषताएं होंगी:

उद्योग भागीदारी और समन्वय – नीति निर्माताओं और उद्योग के दिग्गजों के बीच तालमेल बढ़ाना।
गोलमेज सम्मेलन – क्षेत्रीय सहयोग, वैश्विक रुझानों और नवाचारों पर संवाद।
प्रदर्शनी एवं नवाचार शोकेस – अत्याधुनिक स्टील तकनीकों का भव्य प्रदर्शन।
रिवर्स क्रेता-विक्रेता मीट (RBSM) – व्यापार के नए अवसरों को बढ़ावा देना।
अंतरराष्ट्रीय एवं राजनयिक सहभागिता – वैश्विक स्टील उद्योग के साथ भारत की भागीदारी को और मजबूत करना।

भारत की वैश्विक इस्पात उद्योग में बढ़ती ताकत

इस्पात मंत्रालय के सचिव श्री संदीप पौंड्रिक ने इस बैठक में भारत के बढ़ते इस्पात बाजार और वैश्विक उद्योग में इसकी प्रभावशाली भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा:

???? "भारत की स्टील की मांग 9% से 10% की दर से बढ़ रही है, जो प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज है। हरित स्टील उत्पादन और स्थायित्व पहलों में हमारी प्रगति नई संभावनाओं के द्वार खोल रही है। रणनीतिक वैश्विक साझेदारियां, कच्चे माल की सोर्सिंग, तकनीकी नवाचार और उद्योग के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।"

‘इंडिया स्टील 2025’: भारत को बनाएगा वैश्विक लीडर

इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन के माध्यम से भारत न केवल निवेश आकर्षित करेगा, बल्कि तकनीकी क्रांति और नवाचारों को भी गति देगा। यह सम्मेलन स्टील सेक्टर को नए व्यापारिक अवसरों से जोड़ते हुए देश को इस्पात उत्पादन और निर्यात में एक वैश्विक लीडर के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

???? इस भव्य आयोजन के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि ‘इंडिया स्टील 2025’ भारत को इस्पात उद्योग के शिखर तक पहुंचाने की दिशा में एक नया अध्याय लिखने वाला है! ????????