सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता का संदेश: लौह पुरुष को राष्ट्र का सलाम

सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता का संदेश: लौह पुरुष को राष्ट्र का सलाम

आज भारत के लौह पुरुष, सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर पूरे देश में श्रद्धा और सम्मान की लहर दौड़ गई। सरदार पटेल की यह जयंती केवल एक स्मृति नहीं है, बल्कि देश की एकता और अखंडता के लिए उनके अतुलनीय योगदान को सजीव बनाती है।देश के प्रथम गृह मंत्री और "भारत के बिस्मार्क" कहे जाने वाले सरदार पटेल ने अपने अदम्य साहस और विलक्षण राजनीतिक सूझ-बूझ से न केवल देश के विभिन्न रियासतों को एक धागे में पिरोया, बल्कि भारत को एक सशक्त राष्ट्र का रूप दिया। इस अवसर पर विभिन्न शहरों में एकता दौड़ (रन फॉर यूनिटी) आयोजित की गई, जिसमें ह जारों लोग एकजुट होकर सरदार पटेल के योगदान का सम्मान कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लौह पुरुष को नमन करते हुए कहा, "सरदार पटेल का जीवन त्याग, सेवा और समर्पण की मिसाल है। उनकी एकता की भावना ही आज के भारत की पहचान है।" यह दिन हमें याद दिलाता है कि राष्ट्रीय एकता का महत्व और इसकी शक्ति हमारी सबसे बड़ी ताकत है। देशभर में सरदार पटेल की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया और युवाओं को उनके सिद्धांतों पर चलने की प्रेरणा दी गई। "रन फॉर यूनिटी" जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से युवा वर्ग को यह सिखाने की कोशिश की जा रही है कि असल में एकता और अखंडता ही विकास की ओर सबसे बड़ा कदम है। सरदार वल्लभभाई पटेल के अनमोल विचार और उनकी अटूट निष्ठा आज भी हमें प्रेरणा देते हैं। उनकी इस जयंती पर देशवासियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राष्ट्र की एकता और अखंडता की भावना को बनाए रखने का संकल्प लिया।