झांसी: हिंदू एकता यात्रा में धीरेंद्र शास्त्री पर फेंका गया मोबाइल, गाल पर लगा, सुरक्षा पर उठे सवाल

झांसी: हिंदू एकता यात्रा में धीरेंद्र शास्त्री पर फेंका गया मोबाइल, गाल पर लगा, सुरक्षा पर उठे सवाल

  • धीरेंद्र शास्त्री की हिंदू एकता यात्रा में अचानक हुए घटनाक्रम ने मचाया हड़कंप; भीड़ में से फेंके गए मोबाइल ने बाबा के गाल को छुआ, सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े

झांसी में चल रही हिंदू एकता यात्रा के दौरान एक अप्रत्याशित घटना ने सभी को चौंका दिया। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री, जो इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे, पर भीड़ में से एक व्यक्ति ने मोबाइल फेंक दिया। मोबाइल बाबा के गाल पर लगते ही माहौल तनावपूर्ण हो गया।

घटना उस वक्त हुई जब धीरेंद्र शास्त्री यात्रा के दौरान अपने अनुयायियों को संबोधित कर रहे थे। अचानक भीड़ से एक मोबाइल उनकी ओर फेंका गया, जो सीधे उनके गाल पर लगा। बाबा ने तुरंत अपनी प्रतिक्रिया में इसे "साजिश" करार दिया और संयमित रहते हुए कहा, "हम हिंदू एकता की राह पर हैं, ऐसी घटनाएं हमें नहीं रोक सकतीं।"

इस घटना ने यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बाबा की यात्रा में हजारों की भीड़ मौजूद रहती है, लेकिन इस तरह की चूक ने पुलिस प्रशासन की तैयारियों को कटघरे में ला दिया है। घटना के बाद बाबा के समर्थकों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। कई लोगों ने इसे बाबा को नुकसान पहुंचाने की सोची-समझी साजिश बताया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए उस व्यक्ति की पहचान करने की कोशिश शुरू कर दी है, जिसने मोबाइल फेंका। झांसी के एसएसपी ने कहा, "घटना की जांच की जा रही है, दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बाबा की सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा।" बाबा ने घटना के बाद यात्रा को जारी रखा और अनुयायियों से अपील की कि वे संयम बनाए रखें। उन्होंने कहा, "हम हिंदू धर्म और एकता के लिए यह यात्रा कर रहे हैं। हमारे लक्ष्य को कोई बाधित नहीं कर सकता।"

पहले भी विवादों में रहे हैं धीरेंद्र शास्त्री

यह पहली बार नहीं है जब धीरेंद्र शास्त्री चर्चा में आए हैं। उनके प्रवचन और हिंदू धर्म के प्रति उनके विचारों को लेकर वे पहले भी सुर्खियों में रह चुके हैं।

हिंदू एकता यात्रा का यह घटनाक्रम भले ही अस्थायी व्यवधान पैदा कर गया हो, लेकिन इसने यात्रा की सुरक्षा और आयोजन को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। धीरेंद्र शास्त्री के अनुयायी इसे उनकी बढ़ती लोकप्रियता और प्रभाव के खिलाफ साजिश मान रहे हैं। पुलिस की जांच और कार्रवाई पर अब सबकी नजरें टिकी हैं।