शादी के सपनों को निगल गया सिरफिरे का जुनून: एकतरफा प्यार में दिनदहाड़े युवती की हत्या, खुशियों का आंगन मातम में डूबा

बिजनौर से दिल दहलाने वाली वारदात
जहां एक ओर घर में शादी की रौनक होनी चाहिए थी, वहीं आज उस आंगन में आंसुओं की बारिश हो रही है। बिजनौर जिले के नगीना थाना क्षेत्र में रविवार की सुबह जो कुछ हुआ, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया।
बीएड की छात्रा भावना उर्फ निशु शर्मा (24 वर्ष) की शादी को महज 10 दिन बाकी थे। पिता और बहन के साथ वह बाजार जा रही थी—शादी की कुछ जरूरी शॉपिंग करनी थी। मगर किसे पता था कि यह सुबह उसकी जिंदगी की आखिरी सुबह बन जाएगी।
प्यार नहीं जुनून था उसका...
जैसे ही वे करौंदा चौधर गांव से करीब एक किलोमीटर दूर पहुंचे, तभी बाइक पर पीछा कर रहा सिरफिरा युवक शिवान त्यागी अचानक भावना के करीब आया। एक झटके में उसने पिस्टल निकाली और भावना के सिर में सटाकर गोली चला दी।
गोली लगते ही भावना ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
शादी की जो तैयारियां पूरे परिवार के चेहरों पर मुस्कान ला रही थीं, वही अब मातम में बदल चुकी हैं। जिस घर में दुल्हन की विदाई की बातें हो रही थीं, वहां अब ताबूत की तैयारी चल रही है।
गांव में पसरा मातम, लोगों में गुस्सा
दिनदहाड़े हुई इस नृशंस हत्या से पूरा गांव सन्न है। हर किसी की जुबान पर बस एक ही सवाल है—
"क्या एकतरफा प्यार अब जान लेने का हक देता है?"
आरोपी शिवान त्यागी को पुलिस ने मौके से ही हिरासत में ले लिया है। अब उससे पूछताछ की जा रही है, लेकिन भावना की जिंदगी को लौटाना नामुमकिन है।
एक बेटी, एक सपना, और एक समाज की हार
भावना न सिर्फ एक होनहार छात्रा थी, बल्कि अपने माता-पिता की आंखों का तारा भी थी। उसकी शादी की तैयारियां पूरे उत्साह से चल रही थीं। लेकिन समाज को जकड़ती जा रही बीमार मानसिकता और पागलपन भरे प्यार के नाम पर हिंसा ने एक और मासूम जिंदगी छीन ली।
क्या अब भी हम चुप रहेंगे?
यह घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं, पूरे समाज की चेतावनी है। यह सवाल उठाती है कि हम कब तक बेटियों को ऐसे सिरफिरे आशिकों की भेंट चढ़ते देखेंगे? अब समय है कि कानून से पहले समाज जागे, सोच बदले और बेटियों को सुरक्षा का भरोसा मिले।