भारत शोध यात्रा 2025: ज्ञान, नवाचार और महिला सशक्तिकरण की नई पहल

भारत शोध यात्रा 2025: ज्ञान, नवाचार और महिला सशक्तिकरण की नई पहल

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2025।
भारत के ज्ञान और अनुसंधान जगत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के उद्देश्य से आज केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने नई दिल्ली स्थित भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICSSR) से “भारत शोध यात्रा 2025” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

यह ऐतिहासिक पहल स्प्रिंगर नेचर द्वारा शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से आयोजित की जा रही है और अपने तीसरे संस्करण में यह यात्रा 7 राज्यों के 15 शहरों से गुजरते हुए 29 प्रमुख संस्थानों तक पहुँचेगी।


भूमिका: शोध, नवाचार और समावेशिता का संगम

अपने संबोधन में श्रीमती ठाकुर ने कहा –
“महिला शोधकर्ताओं और विद्वानों को सशक्त बनाना ही एक समावेशी ज्ञान अर्थव्यवस्था के निर्माण का मूल आधार है। भारत शोध यात्रा न केवल अवसरों तक समान पहुंच सुनिश्चित करती है, बल्कि यह नैतिकता और पारदर्शिता को शोध की धड़कन बनाती है।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, अनुसंधान और नवाचार को राष्ट्रीय विकास का प्रमुख स्तंभ मानती है और महिला शोधकर्ताओं के लिए सुरक्षित और अवसरों से परिपूर्ण वातावरण बनाने के लिए लगातार कार्यरत है।


भारत शोध यात्रा 2025 – प्रमुख विशेषताएँ

  • 15 शहर, 7 राज्य, 29 संस्थान – देश के अग्रणी IITs, IIMs और मेडिकल कॉलेज शामिल।

  • ओपन एक्सेस (OA) को प्रोत्साहन और वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन (ONOS) की जागरूकता।

  • अनुसंधान समग्रता और प्रकाशन में AI की भूमिका पर विशेष ध्यान।

  • विविधता और समावेशन को बढ़ावा देने के लिए “हर रिसर्च, अवर फ्यूचर” पहल।

  • ज्ञान तक सर्व-सुलभ पहुंच के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की दिशा में योगदान।


महिला सशक्तिकरण पर फोकस

श्रीमती ठाकुर ने कहा कि यह यात्रा महिला शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणा और अवसरों का मंच बनेगी। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों को महिलाओं के लिए ऐसा वातावरण उपलब्ध कराना होगा, जहाँ वे सुरक्षित महसूस करें और अपने अनुसंधान को वैश्विक स्तर पर पहचान दिला सकें।

स्प्रिंगर नेचर और ICSSR की इस पहल की उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि यह कदम शिक्षा जगत और नीति-निर्माण में महिलाओं की आवाज़ को मुख्यधारा में लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।


ज्ञान से विकसित भारत की ओर

भारत शोध यात्रा 2025 केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि ज्ञान और नवाचार की लोकतांत्रिक यात्रा है। यह शोधकर्ताओं को जोड़ते हुए एक आत्मनिर्भर, समावेशी और विकसित भारत की ओर अग्रसर करती है।

इस अवसर पर स्प्रिंगर नेचर के सीईओ फ्रैंक व्रेनकेन पीटर्स, स्प्रिंगर नेचर इंडिया के प्रबंध निदेशक वेंकटेश सर्वसिद्धि, और ICSSR के सदस्य सचिव प्रोफेसर धनंजय सिंह भी उपस्थित रहे।

यह यात्रा देशभर के शोधकर्ताओं के बीच संवाद, सहयोग और नवाचार का पुल बनेगी और आने वाली पीढ़ियों को संदेश देगी कि –
“हर शोध, हमारा भविष्य है।”