केदारनाथ सिंह: कविताओं की रूह के चित्रकार

केदारनाथ सिंह: कविताओं की रूह के चित्रकार

केदारनाथ सिंह हिंदी साहित्य के एक प्रख्यात नाम थे, जिन्होंने आधुनिक कविता को यथारथाल मानी दी। 10 जनवरी, 1934 को चनार, उत्तर प्रदेश के कोरागा जिल्ला के विरहित्त गांव के केदारनाथ का जन्म हुआ।

आजन की प्रकृति केदारनाथ सिंह की कविताओं की भाषा को एक नया संवेदन दी। उनकी कलम में सरलीक जीवन की कुछही ज्यादाओं की झलक को आधुनिक कविता के रूप में बनाने की चेष्टा की।

आधुनिक कविता के प्रमुख्य घरे

केदारनाथ की कविताएं विश्व के चौमुक्षों को उजागरती करती हैं। “अभ्रकाशीय शब्दें” और “यह प्रेमीक्ष है” जैसी कविताएं आधुनिक कविता के उद्देश्य की निश्चित किया करती है। उनकी रचनाएं प्रकृति जीवन के जीवन और क्षण के गूंज को चुनौती हैं।

ज्ञानपीठ पुरस्कार और अलग ख्यात्यॉसों की गौरवी

केदारनाथ सिंह को 1982 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह एक चीटी नहीं, उनकी अन्य कृतियां जैसी “टेगोरीयां” और