गोरखपुर की ‘सेवा मां’ पुष्पलता सिंह अम्मा को राज्यपाल का सम्मान, मानवता की मिसाल बनीं!

गोरखपुर। सेवा, समर्पण और मानवता की प्रतिमूर्ति पुष्पलता सिंह अम्मा को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने राजभवन, लखनऊ में सम्मानित किया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यह सम्मान उन्हें निस्वार्थ समाजसेवा और मानव कल्याण के लिए किए गए अनुकरणीय कार्यों के लिए प्रदान किया गया।
समर्पण की मिसाल, ‘मातृ आंचल सेवा संस्थान’ की संस्थापिका
गोरखनाथ, गोरखपुर की मातृ आंचल सेवा संस्थान की संस्थापिका पुष्पलता सिंह अम्मा ने समाजसेवा को अपना जीवन समर्पित कर दिया है। वे अक्षम, बेसहारा, लावारिस, घायल मानवों और जीव-जंतुओं की निस्वार्थ सेवा करती हैं।
???? वे देहदानी और अंगदानी हैं, जो अपने जीवनकाल में ही शरीरदान का संकल्प ले चुकी हैं।
???? समय-समय पर रक्तदान, भोजनदान और वस्त्रदान कर जरूरतमंदों की मदद करती हैं।
???? अब तक सैकड़ों गायों, गोवंशों और कुत्तों का इलाज करवा चुकी हैं।
गोरखपुर की ‘अम्मा’ को राजभवन का न्योता!
उनकी सेवा-भावना से प्रभावित होकर राज्यपाल ने उन्हें विशेष आमंत्रण देकर लखनऊ बुलाया, जहां उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इससे पहले भाजपा कार्यालय से भी उन्हें सम्मान के लिए नामित किया गया था, लेकिन राजभवन के निमंत्रण के चलते वे सीधे लखनऊ रवाना हुईं।
गोरखपुर हुआ गौरवान्वित, बधाइयों का तांता!
जैसे ही यह खबर गोरखपुर पहुंची, हर ओर हर्ष की लहर दौड़ गई। समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके प्रयासों की सराहना की।
सेवा का यह दीप जलता रहे!
पुष्पलता सिंह अम्मा की यह निस्वार्थ सेवा सभी के लिए प्रेरणादायक है। उनका जीवन यह संदेश देता है कि सच्ची मानवता दूसरों की सेवा में ही बसती है।