अमित शाह का ऐतिहासिक संबोधन: बोडोलैंड में शांति, विकास और सम्मान की नई इबारत

कोकराझार, असम: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज कोकराझार, असम में ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन (ABSU) के 57वें वार्षिक सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा, विधानसभा अध्यक्ष श्री बिस्वजीत दैमारी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
बोडो शांति समझौते की सफलता में ABSU की भूमिका
अपने संबोधन में श्री शाह ने ABSU की महत्वपूर्ण भूमिका की प्रशंसा की और कहा कि ABSU के सहयोग के बिना बोडोलैंड में शांति की स्थापना संभव नहीं थी। उन्होंने उन पाँच हजार शहीदों को भी याद किया जिन्होंने बोडोलैंड में स्थायी शांति के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा के नाम पर नई पहचान
श्री शाह ने बताया कि केंद्र सरकार ने दिल्ली की एक प्रमुख सड़क का नाम बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा के नाम पर रखने का निर्णय लिया है। साथ ही, अप्रैल के प्रथम सप्ताह में दिल्ली में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और असम सरकार बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा जी के हर सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
BTR समझौते का क्रियान्वयन और भविष्य की योजनाएं
श्री शाह ने बताया कि 27 जनवरी 2020 को हुए BTR शांति समझौते के तहत अब तक 82% शर्तें पूरी की जा चुकी हैं और आने वाले दो वर्षों में इसे शत-प्रतिशत क्रियान्वित कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि BTR क्षेत्र से AFSPA (सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून) को 1 अप्रैल 2022 को हटा लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रॉडक्ट' (ODOP) कार्यक्रम के तहत अब दिल्ली के होटलों में कोकराझार के मशरूम को 'मशरूम फ्रॉम बोड़ोलैंड' के नाम से परोसा जा रहा है।
औद्योगिक विकास और GI टैग की उपलब्धियां
श्री शाह ने कहा कि बोडोलैंड के एक दर्जन से अधिक उत्पादों को GI टैग मिल चुका है, जिससे क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि एक समय जहाँ बोडोलैंड में हिंसा और अलगाववाद की बात होती थी, अब वहाँ शिक्षा, विकास और उद्योग की चर्चा हो रही है।
बोडो युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने की पहल
उन्होंने बताया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 400 बोडो युवाओं को असम कमांडो बटालियन में भर्ती कर एक नई शुरुआत की है। मोदी सरकार ने नौ उग्रवादी संगठनों से समझौते कर 10,000 से अधिक युवाओं को समाज की मुख्यधारा में लाने का कार्य किया है।
बोडोलैंड में नई ऊर्जा और उम्मीदें
श्री शाह ने कहा कि एक समय जहाँ गोलियाँ चलती थीं, वहाँ अब बोडो युवा गर्व से तिरंगा लहरा रहे हैं। उन्होंने बोडो युवाओं को शिक्षा और कौशल विकास पर ध्यान देने की अपील की और विश्वास दिलाया कि केंद्र और असम सरकार बोडोलैंड के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ेगी।
बाथो धर्म का महत्व
उन्होंने कहा कि बोडोलैंड के लोग जिस बाथो धर्म का पालन करते हैं, वह पंचतत्व के निर्माता के गहरे रहस्य का प्रतीक है। यह धर्म प्रेम, शांति और संतुलन का संदेश देता है।
श्री अमित शाह ने अंत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने पूरे पूर्वोत्तर को उग्रवाद, आंदोलन, ब्लॉकेड और हिंसा से मुक्त कर विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाया है। बोडोलैंड में स्थापित हो रही शांति और विकास की यह कहानी देशभर में प्रेरणा का स्रोत बन रही है।