ड्रग्स माफिया पर NCB का करारा प्रहार: 88 करोड़ की मेथमफेटामाइन जब्त, अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क पर बड़ी चोट!

ड्रग्स माफिया पर NCB का करारा प्रहार: 88 करोड़ की मेथमफेटामाइन जब्त, अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क पर बड़ी चोट!

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और गृह मंत्री अमित शाह के सख्त मार्गदर्शन में ‘नशा मुक्त भारत’ की मुहिम को और गति देते हुए NCB ने एक और ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। NCB ने इंफाल और गुवाहाटी जोन में बड़े पैमाने पर अभियान चलाते हुए लगभग 88 करोड़ रुपये की मेथमफेटामाइन गोलियों की एक विशाल खेप जब्त की और अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफिया के 4 खतरनाक सदस्यों को गिरफ्तार किया। गृह मंत्री ने इसे ‘बॉटम टू टॉप’ और ‘टॉप टू बॉटम’ अप्रोच की शानदार सफलता बताया।


कैसे पकड़ी गई ये बड़ी खेप?

13 मार्च 2025 को NCB इम्फाल ज़ोन के अधिकारियों ने एक सूचना के आधार पर लिलोंग क्षेत्र के पास एक ट्रक को रोका। ट्रक की पूरी तरह से जांच करने पर, ट्रक के पिछले हिस्से में टूल बॉक्स/केबिन से लगभग 102.39 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की गोलियां बरामद की गईं। ट्रक में सवार दो लोगों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। बिना देरी किए, टीम ने एक और ऑपरेशन चलाया और लिलोंग क्षेत्र से प्रतिबंधित सामग्री के रिसीवर को पकड़ लिया। इस दौरान एक चार पहिया वाहन भी बरामद किया गया। सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और जांच जारी है।


दूसरा ऑपरेशन: असम-मिज़ोरम सीमा पर तस्करों की नाकेबंदी!

उसी दिन, NCB गुवाहाटी ज़ोन के अधिकारियों ने सिलचर के पास असम-मिज़ोरम सीमा पर एक SUV को रोका। जांच में स्पेयर टायर के अंदर छिपाई गई लगभग 7.48 किलोग्राम मेथमफेटामाइन गोलियां बरामद की गईं। वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ कि तस्करी का स्रोत मणिपुर का मोरेह है और लक्ष्य करीमगंज था। इस मामले की भी जांच जारी है।


मिजोरम में NCB की तीसरी बड़ी कार्रवाई!

NCB ने मिजोरम सरकार के आबकारी विभाग से 6 मार्च को ब्रिगेड बावंगकॉन आइजोल (Brigade Bawngkawn Aizawl) में लगभग 46 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ की जब्ती के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है। इस मामले में ड्रग सिंडिकेट से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय व अंतर-राज्यीय संबंधों की छानबीन की जा रही है।


ड्रग्स के खिलाफ युद्ध जारी:

पूर्वोत्तर क्षेत्र अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण ड्रग्स तस्करी के लिए एक संवेदनशील केंद्र बन गया है। इसे ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने NCB की ताकत में वर्ष 2023 में बढ़ोतरी की थी। मेथमफेटामाइन टैबलेट्स, जिसे ‘याबा’ के नाम से जाना जाता है, न केवल पूर्वोत्तर की युवा पीढ़ी बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा बना हुआ है।


गृह मंत्री का कड़ा संदेश:

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने X (पूर्व में Twitter) पर इस अभियान की शानदार सफलता के लिए NCB टीम को बधाई दी और स्पष्ट संदेश दिया कि ड्रग्स माफिया के खिलाफ कोई रहम नहीं दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह बड़ी जब्ती हमारी ‘बॉटम टू टॉप’ और ‘टॉप टू बॉटम’ अप्रोच की सफलता का प्रमाण है। हमारी ड्रग्स के खिलाफ तलाश जारी रहेगी और इसे जड़ से खत्म करने के लिए हमारा अभियान और मजबूत होगा।”


समाज की सुरक्षा की ओर एक बड़ा कदम:

मोदी सरकार की ‘नशा मुक्त भारत’ मुहिम को और धार देने की दिशा में यह बड़ा कदम निश्चित रूप से देश की सुरक्षा और युवाओं के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है।