"इंडिया पोस्ट 2.0" की उड़ान: तकनीकी परिवर्तन से बदल रही है भारतीय डाक की तस्वीर, 86,000 डाकघर हुए डिजिटल

"इंडिया पोस्ट 2.0" की उड़ान: तकनीकी परिवर्तन से बदल रही है भारतीय डाक की तस्वीर, 86,000 डाकघर हुए डिजिटल

विशेष रिपोर्ट | 30 जुलाई 2025 | नई दिल्ली
रिपोर्ट: मनोज सिंह

भारत की सबसे पुरानी और भरोसेमंद सेवाओं में से एक — भारतीय डाक विभाग — अब तेज़ी से एक आधुनिक, प्रौद्योगिकी-संचालित लॉजिस्टिक्स दिग्गज के रूप में उभर रहा है। देश के केंद्रीय संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने 30 जुलाई को भारतीय डाक में हो रहे ऐतिहासिक बदलावों की समीक्षा करते हुए इस नवयुग की शुरुआत को रेखांकित किया।

डिजिटल युग में डाक का नया रूप

भारत के 86,000 से अधिक डाकघरों को IT 2.0 प्लेटफ़ॉर्म पर स्थानांतरित किया जा चुका है, और 4 अगस्त तक यह संख्या बढ़कर 1.65 लाख तक पहुंच जाएगी। इसका अर्थ है कि अब गांव से लेकर महानगर तक, हर कोने में डिजिटल डाक सेवाएं सहज और प्रभावशाली होंगी।

ई-कॉमर्स और लॉजिस्टिक्स में नई ताकत

डॉ. चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया कि यह बदलाव सिर्फ आधुनिकीकरण नहीं, बल्कि भारतीय डाक की पुनर्कल्पना है — जो अब ई-कॉमर्स की दुनिया में एक सशक्त और प्रतिस्पर्धी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
344 नए डिलीवरी केंद्र सुबह, शाम और छुट्टियों के दौरान सेवा देने के लिए खोले गए हैं, जो भारत में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को नया आयाम देंगे।

ओएनडीसी और जीईएम से होगा डिजिटल इकोसिस्टम से जुड़ाव

भारतीय डाक अब ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) और सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) से जुड़कर एकीकृत डिजिटल कॉमर्स प्रणाली का हिस्सा बन चुका है। इससे:

  • ऑर्डर ट्रैकिंग आसान होगी

  • ई-पेमेंट और कैश ऑन डिलीवरी के लिए ऑटोमेटेड मूल्य निर्धारण और डैशबोर्ड

  • OTP आधारित प्रमाणीकरण और API आधारित सेवाएं सुलभ होंगी

डेटा-संचालित भविष्य: स्मार्ट सॉर्टिंग से लेकर रूट ऑप्टिमाइजेशन तक

IT 2.0 के अंतर्गत एक समर्पित डेटा एनालिटिक्स टीम बनाई गई है जो स्मार्ट सॉर्टिंग, मांग पूर्वानुमान और रूट ऑप्टिमाइजेशन के ज़रिए परिचालन को अधिक कुशल और लाभकारी बना रही है। यह राजस्व वृद्धि के साथ-साथ सेवा की गुणवत्ता को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

हर भारतीय से हर जगह संपर्क — यही है इंडिया पोस्ट 2.0

डॉ. चंद्रशेखर ने कहा, "यह बदलाव भारत के हर नागरिक को डिजिटल अर्थव्यवस्था से जोड़ने का प्रयास है। भारतीय डाक अब सिर्फ चिट्ठी नहीं, बल्कि डिजिटल संचार, भरोसेमंद डिलीवरी और सशक्त लॉजिस्टिक्स का पर्याय बनेगा।"
केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया के मार्गदर्शन में यह परिवर्तन अभियान तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है।


भारतीय डाक का यह नया चेहरा — सशक्त, स्मार्ट और सुलभ — डिजिटल भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इंडिया पोस्ट 2.0 सिर्फ एक परियोजना नहीं, बल्कि हर भारतीय को जोड़ने का भरोसेमंद सेतु बनता जा रहा है।