आज़मगढ़ में शुरू हुआ ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान’ – जिलाधिकारी ने दिखाई हरी झंडी, दिलाई स्वच्छता की शपथ

आज़मगढ़ में शुरू हुआ ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान’ – जिलाधिकारी ने दिखाई हरी झंडी, दिलाई स्वच्छता की शपथ
  • आर.वी.न्यूज़ संवाददाता, मनोज कुमार

आज़मगढ़, 05 अक्टूबर।
संचारी रोगों से बचाव और जनस्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए आज़मगढ़ प्रशासन ने आज एक बड़ा कदम उठाया। जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान (05 से 31 अक्टूबर 2025) और घर-घर दस्तक अभियान (11 से 31 अक्टूबर 2025) की रैली को हरिऔध कला केंद्र, आज़मगढ़ से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

यह रैली शहर की गलियों से होकर गुज़री और लोगों को संदेश दिया कि संचारी रोगों से बचाव केवल व्यक्तिगत ही नहीं बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी है।


जिलाधिकारी का संदेश: स्वच्छता ही सबसे बड़ा हथियार

रैली को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा—

“साफ-सफाई रखना, शौचालय का उपयोग करना, ताज़ा भोजन और शुद्ध पेयजल का सेवन करना ही रोगों से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है। घर और कार्यस्थल पर पानी जमा न होने दें, क्योंकि मच्छर जनित बीमारियों की जड़ गंदा पानी ही है।”

उन्होंने शपथ दिलाई कि लोग स्वच्छता, शौचालय का नियमित उपयोग, वातावरण को साफ रखने और इलाज के लिए सरकारी अस्पताल जाने की आदत डालें।
साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि—

“बुखार आने पर लापरवाही न करें और बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दर्दनाशक दवा न लें।”


अभियान में व्यापक भागीदारी

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अविनाश कुमार झा ने जानकारी दी कि इस अभियान में आशा बहुएँ, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियाँ, नगर विकास, पंचायती राज, शिक्षा, कृषि, पशुपालन और सिंचाई विभाग जैसे कई विभाग मिलकर काम करेंगे।

  • मुख्य फोकस: मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और फाइलेरिया जैसे वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम।

  • जागरूकता माध्यम: घर-घर जाकर दस्तक अभियान, रैलियाँ, सामुदायिक बैठकें और स्वास्थ्य शिविर।

इस अवसर पर जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की टीम सहित कई विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, प्रशिक्षु एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।


जनता से अपील

अभियान के दौरान प्रशासन का मुख्य लक्ष्य है कि प्रत्येक नागरिक अपनी भूमिका निभाए—

  • घर और आस-पास पानी जमा न होने दें।

  • कबाड़, पुराने टायर, प्लास्टिक के कप, बोतलें व गमलों में पानी न रुकने दें।

  • बीमार पड़ने पर तुरंत सरकारी अस्पताल में डॉक्टर से परामर्श लें।


आज़मगढ़ में शुरू हुआ यह अभियान केवल बीमारी से लड़ने का नहीं, बल्कि जन-जागरूकता और सामूहिक जिम्मेदारी का संदेश है। जिलाधिकारी के नेतृत्व में चलाया जा रहा यह कार्यक्रम न केवल रोग नियंत्रण बल्कि “स्वस्थ आज़मगढ़ – स्वच्छ आज़मगढ़” की ओर एक निर्णायक कदम है।