पुलिस की बर्बरता पर पत्रकारों का फूटा गुस्सा — सरायमीर घटना पर कार्रवाई की मांग, संघर्ष का ऐलान

आजमगढ़:
निजामाबाद तहसील क्षेत्र के सरायमीर कोतवाली के सिपाहियों द्वारा मीडिया कर्मी आमिर इस्लाही के साथ की गई कथित मारपीट ने जिले के पत्रकार जगत में गहरी नाराजगी और आक्रोश फैला दिया है।
घटना के बाद आज सुबह 11 बजे भारतीय पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र नाथ मिश्र के नेतृत्व में खरेवाँ मोड़ स्थित पत्रकार आमिर इस्लाही के आवास पर बैठक हुई। बैठक में बड़ी संख्या में जिले भर के पत्रकार मौजूद रहे और एक स्वर में दोषी पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी व मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
वीरेन्द्र नाथ मिश्र ने इस घटना को “पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर सीधा हमला” बताते हुए कहा —
“जब तक दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।”
इसके बाद पत्रकार प्रतिनिधिमंडल सीओ फूलपुर से मिला। उन्होंने पीड़ित मीडिया कर्मी का बयान दर्ज कराया और सरकारी मेडिकल जांच कराई। सीओ फूलपुर ने मामले की निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर पत्रकारिता जगत के अनेक वरिष्ठ और सक्रिय साथी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से —
राकेश पाठक, ज्ञान चंद पाठक, शाह आलम फराही, अबुजर आज़मी, मोहम्मद शादिक, मोहम्मद आमिर, राजेश पाठक, धीरज तिवारी, राकेश चतुर्वेदी, अखिलेश पाठक, अरशद जमाल, सिद्धेश्वर पाण्डेय, अखिलेश विश्वकर्मा, अशफाक अहमद, विनोद शर्मा, चन्दन गुप्ता, मनोज सिंह, जितेन्द्र कुमार, चंद्रप्रकाश मौर्य, नरसिंह यादव, हरेंद्र यादव, एन. अंसारी सहित कई पत्रकार शामिल रहे।
पत्रकारों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।