ग्राम पंचायत अंजानशहीद में गेट निर्माण घोटाला: बिना निर्माण के किया गया लाखों का फर्जी भुगतान
आजमगढ़— ग्राम पंचायत अंजानशहीद में विकास कार्यों को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ग्रामवासियों और पूर्व प्रधान प्रतिनिधि सुबहान खान ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत के फंड से बिना किसी गेट का निर्माण कराए लाखों रुपये का फर्जी भुगतान कर लिया गया है। यह घोटाला 5 सितंबर 2024 को हुआ, जब ग्राम पंचायत की वेबसाइट पर एक फर्जी फोटो अपलोड कर ₹2,39,990 का भुगतान कर दिया गया।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि जो फोटो वेबसाइट पर दिखाया गया, वह वास्तव में ग्राम नत्थूपुर में बने शहीद रमेश यादव गेट का था, जिसे विधायक निधि से निर्मित किया गया था। उसी फोटो का उपयोग कर, ग्राम अंजानशहीद में गेट निर्माण के नाम पर यह फर्जी भुगतान किया गया। ग्रामवासियों को इस घोटाले की जानकारी 25 दिन बाद हुई, जब उन्होंने मौके पर जाकर देखा कि गेट निर्माण कार्य बिल्कुल भी नहीं हुआ है। इसके बाद ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। हालात इतने बिगड़ गए कि 26 सितंबर को ग्राम प्रधान द्वारा आनन-फानन में दूसरे गांव, छत्तरपुर खुशहाल, में गेट निर्माण शुरू करा दिया गया, जो ग्राम अंजानशहीद के अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
घोटाले की गहराई:
शिकायतकर्ता का कहना है कि प्रशासनिक नियमों के अनुसार, गेट का निर्माण सिर्फ उन स्थानों पर हो सकता है, जहां स्वतंत्रता सेनानियों या शहीदों का सम्मान किया जाता है। लेकिन ग्राम प्रधान ने इस नियम की अवहेलना कर अपने दादा हाजी बदरुद्दीन के नाम पर गेट बनवाने की योजना बनाई। यह न केवल सरकारी नीति के खिलाफ है, बल्कि सार्वजनिक धन के दुरुपयोग का भी एक स्पष्ट उदाहरण है। ग्रामवासियों और सुबहान खान की शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि गेट का निर्माण एनएचआई और पीडब्ल्यूडी की जमीन पर किया जा रहा है, जो कि नियमों के खिलाफ है। इस प्रकार, यह निर्माण तुरंत रोका जाना न्यायसंगत है ताकि इसकी विस्तृत जांच की जा सके।
न्याय की मांग:
पूर्व प्रधान प्रतिनिधि सुबहान खान ने अपने शपथ पत्र में जिलाधिकारी को इस मामले की गहन जांच की मांग की है। उन्होंने अनुरोध किया है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक इस निर्माण को रोका जाए ताकि न्यायिक प्रक्रिया प्रभावित न हो। ग्रामीणों की मांग है कि इस मामले की जांच जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय आजमगढ़ से स्वतंत्र रूप से कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। इस घटना ने न केवल ग्राम पंचायत अंजानशहीद बल्कि पूरे आजमगढ़ जिले में हड़कंप मचा दिया है। लोगों में सरकार और प्रशासन के प्रति रोष और अविश्वास की भावना बढ़ रही है। इस प्रकार के घोटाले समाज में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही की कड़वी सच्चाई को उजागर करते हैं, जिसे तत्काल सुलझाने की आवश्यकता है।