खजनी: चोरियों के अंधेरों में नई रोशनी तलाशती महिला थाना प्रभारी अर्चना सिंह!
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चोरियों की गुत्थी सुलझाने की चुनौती, क्या मिलेगी इंसाफ की मंजिल?
खजनी, गोरखपुर।
खजनी थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाओं की लंबी फेहरिस्त ने पुलिस प्रशासन और स्थानीय जनता दोनों को चिंतित कर रखा है। दर्जनों ऐसी घटनाएं हैं, जिनमें लाखों के नकद और आभूषण चोरी हुए, लेकिन इन चोरियों का आज तक पर्दाफाश नहीं हो पाया। स्थानीय लोगों की उम्मीदें अब नवागत महिला थाना प्रभारी अर्चना सिंह पर टिकी हैं, जो इस चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी को निभाने का दृढ़ संकल्प लेकर आई हैं।
लंबी लिस्ट, अधूरी कार्रवाई
वर्ष 2024 में खजनी क्षेत्र में कई बड़ी चोरियों ने पुलिस की कार्यक्षमता पर सवाल खड़े किए।
- फरवरी 2024: कस्बे के बर्तन व्यवसायी की पिकअप वैन रातों-रात गायब हो गई। मुकदमा दर्ज हुआ, पर मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
- अप्रैल 2024: सतुआभार में अश्वनी दुबे के घर से 10 लाख के गहने और नकदी चोरी हो गई।
- मई 2024: रूद्रपुर गांव में चंद्रभूषण राम त्रिपाठी के घर से लगभग 50 लाख के गहने और नकद चोरी हुए।
इसी तरह, दर्जनों घरों से लाखों की संपत्ति चोरी हुई। पीड़ितों ने थाने से लेकर मुख्यमंत्री जनता दरबार, डीजीपी कार्यालय तक न्याय की गुहार लगाई, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी।
पुलिस गश्त और सीसीटीवी भी नाकाम
गांवों और कस्बों में लोगों ने रातभर जागकर चौकसी की, पुलिस ने गश्त बढ़ाई, और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए। बावजूद इसके, चोरियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
अर्चना सिंह के सामने चुनौती
खजनी की नवागत महिला थाना प्रभारी अर्चना सिंह के लिए यह हालात किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं। क्षेत्र में पुलिस पर भरोसा बहाल करना और पीड़ितों को न्याय दिलाना उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। अर्चना सिंह का कहना है,
"हमारी पहली कोशिश सभी पुराने मामलों की गहराई से जांच करना और दोषियों को पकड़ना है। जनता को भरोसा दिलाते हैं कि जल्द ही चोरियों का पर्दाफाश कर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।"
खजनी की जनता अब महिला थाना प्रभारी से उम्मीदें लगाए बैठी है। लोग चाहते हैं कि क्षेत्र में बढ़ती चोरियों पर लगाम लगे और उन्हें न्याय मिले। क्या अर्चना सिंह इस चुनौती को स्वीकार कर खजनी को इंसाफ दिला पाएंगी?
अब देखना यह होगा कि महिला थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस इस अंधेरे को चीरकर चोरियों की गुत्थी सुलझाने में कितना सफल हो पाती है।