महाशिवरात्रि: जब जाग उठे महादेव, खुल गए मोक्ष के द्वार!

महाशिवरात्रि: जब जाग उठे महादेव, खुल गए मोक्ष के द्वार!

सृष्टि के आदि और अनंत, विनाश और सृजन के अधिपति, भगवान शिव की उपासना का सबसे बड़ा पर्व—महाशिवरात्रि। यह सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि आत्मचिंतन, आस्था, और ऊर्जा का संगम है। कहते हैं, इस रात में स्वयं महादेव जागते हैं, और जो भक्त सच्चे मन से उनकी आराधना करता है, उसे दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होता है।

शिव की बारात और महाशिवरात्रि का रहस्य

पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाशिवरात्रि वह शुभ दिन है जब भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इस दिन देवताओं, ऋषि-मुनियों, और समस्त लोकों में हर्षोल्लास का वातावरण था। शिव की बारात कोई सामान्य बारात नहीं थी—भूत-प्रेत, नाग, गंधर्व, देव, असुर सभी इसमें शामिल थे। यह बताता है कि शिव केवल देवताओं के नहीं, बल्कि समस्त प्राणियों के भगवान हैं, जो हर वर्ग, जाति और रूप को समान दृष्टि से देखते हैं।

रात्रि जागरण और व्रत का महत्व

महाशिवरात्रि को ‘रात्रि जागरण’ का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन पूरी रात जागकर भगवान शिव का ध्यान करने से व्यक्ति को अपार शक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भक्तजन इस दिन व्रत रखते हैं, बेलपत्र, जल, दूध, और धतूरे से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं, और महामृत्युंजय मंत्र, ओम नमः शिवाय, और शिव चालीसा का पाठ करते हैं।

वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण

महाशिवरात्रि केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। यह वह समय होता है जब पृथ्वी की ऊर्जा सबसे शक्तिशाली होती है, और ध्यान करने से मानसिक और शारीरिक ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। यही कारण है कि इस दिन ध्यान, योग और आध्यात्मिक साधना करने से मन को अपार शांति मिलती है।

शिव का संदेश: जीवन को एक नई दिशा

भगवान शिव केवल देवता नहीं, बल्कि एक जीवनदर्शन भी हैं। उनका तीसरा नेत्र ज्ञान का प्रतीक है, उनका डमरू सृजन और विनाश का संकेत देता है, और उनका नीला कंठ यह सिखाता है कि जीवन में विष को कैसे सहन कर अमृत बना सकते हैं।

आइए, इस महाशिवरात्रि पर लें संकल्प!

महाशिवरात्रि केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि स्वयं को बदलने का अवसर है। इस दिन हम अपनी नकारात्मकता को दूर कर, अपने भीतर शिवतत्व को जागृत कर सकते हैं। आइए, इस पावन रात्रि में शिव की भक्ति में लीन हों, और अपने जीवन को एक नई दिशा दें।

हर-हर महादेव! ????????