सुरक्षित नहीं, जानलेवा निकला वैभव नर्सिंग होम! प्रसव के दौरान महिला की मौत, अस्पताल पर उठे गंभीर सवाल"

क्राइम रिपोर्टर | गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
गगहा थाना क्षेत्र के हाटा बाजार में स्थित एक चर्चित निजी अस्पताल वैभव नर्सिंग होम में शनिवार को प्रसव के दौरान एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना न सिर्फ उस परिवार के लिए जीवनभर का ग़म बन गई, बल्कि एक बार फिर इस अस्पताल के काले कारनामों को उजागर कर गई, जहां पहले भी आधा दर्जन से अधिक महिलाओं की जान जा चुकी है।
शनिवार की सुबह 10:30 बजे, लखनापार गांव निवासी रूपेश अपनी 30 वर्षीय पत्नी पूजा को प्रसव पीड़ा होने पर हाटा बाजार के इसी अस्पताल में लेकर पहुंचा। डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन द्वारा डिलीवरी कराई, लेकिन कुछ ही घंटों में पूजा की हालत बिगड़ती चली गई। परिजनों को पूरे दिन यह बताया जाता रहा कि माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं, लेकिन शाम करीब 6 बजे डॉक्टरों ने अचानक पूजा की मौत की सूचना दी, जिससे पूरे परिवार पर जैसे वज्र गिर पड़ा।
परिजनों ने जब हकीकत जानी, तो उनका आक्रोश फूट पड़ा। अस्पताल में हंगामा मच गया और गुस्साए लोगों ने चिकित्सक को पकड़कर गगहा थाने में सौंप दिया। रातभर थाने पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा और लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
कितनों की मौतें और कब तक?
यह कोई पहली घटना नहीं है। इस सुरक्षित जानलेवा हॉस्पिटल का नाम पहले भी कई बार ऐसे मामलों में सामने आ चुका है। कुछ महीने पहले गजपुर बाजार की एक महिला के साथ भी इसी अस्पताल में लापरवाही हुई थी। वह महिला समय रहते किसी अन्य अस्पताल में इलाज करवा सकी, लेकिन उसने भी डॉक्टर के खिलाफ लिखित तहरीर दी थी। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस अस्पताल में बीते दस वर्षों से लगातार अनैतिक और गैर-पेशेवर चिकित्सा गतिविधियाँ संचालित हो रही हैं। डॉक्टर पर आरोप है कि वह हर मामले को पैसे और राजनीतिक दबाव के जरिए "मैनेज" कर लेता है। कुछ स्थानीय सफेदपोश और गगहा थाना पुलिस की कथित मिलीभगत ने इस अस्पताल को अपराध का सुरक्षित अड्डा बना दिया है।
समाज के लिए चेतावनी बनता अस्पताल
जिस अस्पताल को लोग भरोसे और राहत की जगह समझते हैं, वही अब डर और मौत का पर्याय बनता जा रहा है। अगर समय रहते प्रशासन ने वैभव नर्सिंग होम के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही नहीं की, तो न जाने और कितनी पूजा जैसी माताएं अपनी जान गंवाएंगी।
प्रसव जैसी प्राकृतिक प्रक्रिया में लापरवाही, असंवेदनशीलता और लालच की यह कहानी अब किसी एक परिवार का दुख नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। यह ज़रूरी है कि ऐसे जानलेवा अस्पतालों पर प्रशासनिक शिकंजा कसा जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाए।
न्याय की गुहार:
पूजा के परिजनों ने मांग की है कि डॉक्टर पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हो, अस्पताल की जांच हो और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए। यह मामला अब पूरे गगहा क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है, और लोग एक सुर में कह रहे हैं—अब और नहीं, इंसाफ चाहिए!