विशेष अभियान 5.0 की पहली समीक्षा बैठक: मंत्रियों ने स्वच्छता व दक्षता को जन आंदोलन बनाने का किया आह्वान

नई दिल्ली।
स्वच्छ भारत की परिकल्पना को और मजबूत करने तथा प्रशासनिक दक्षता को नई गति देने के उद्देश्य से विशेष अभियान 5.0 की पहली समीक्षा बैठक रविवार को आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता युवा कार्यक्रम एवं खेल, श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने की।
बैठक में प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार, नेहरू युवा केंद्र और भारतीय खेल प्राधिकरण के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद रहे। मंत्रियों के अनौपचारिक समूह ने 15 से 30 सितंबर 2025 तक चले तैयारी चरण की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और कार्यान्वयन चरण को और व्यापक बनाने की दिशा में सुझाव दिए।
स्वच्छता को संस्थागत बनाने का संकल्प
बैठक में निर्णय लिया गया कि विशेष अभियान 5.0 को केवल मंत्रालयों और विभागों तक सीमित न रखकर स्थानीय निकायों, नगर पालिकाओं, राज्य सरकारों और सार्वजनिक उपक्रमों तक विस्तारित किया जाएगा। इसके साथ ही, निजी क्षेत्र की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए फिक्की, सीआईआई, एसोचैम और नैसकॉम जैसे उद्योग संगठनों से संवाद भी होगा।
डॉ. मांडविया ने युवाओं को इस अभियान की धड़कन बताते हुए कहा कि NSS और युवा स्वयंसेवक “यूथ कनेक्ट” कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता फैलाएँगे। उन्होंने कहा,
“व्यवहार परिवर्तन और युवाओं की भागीदारी से ही स्वच्छ भारत की परिकल्पना साकार होगी। हर महाविद्यालय और विश्वविद्यालय को अपने विद्यार्थी राजदूत नियुक्त करने चाहिए, जो समाज को स्वच्छता के लिए प्रेरित करें।”
प्रौद्योगिकी और नवाचार पर जोर
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि स्वच्छता और रिकॉर्ड प्रबंधन को केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि दैनिक शासन का हिस्सा बनाया जाए। उन्होंने स्मार्ट रीसाइक्लिंग, स्वचालित कचरा पृथक्करण और ई-कचरे के प्रबंधन जैसी नई तकनीकों को जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा,
“हमें सामुदायिक सहभागिता, प्रौद्योगिकी और निजी क्षेत्र के सहयोग को एकीकृत करना होगा। तभी स्वच्छता एक सतत आंदोलन बनेगी और आजीविका के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।”
युवाओं और महिलाओं की भागीदारी से नई ऊर्जा
बैठक में यह भी तय हुआ कि सरकारी परिसरों में साफ की गई भूमि के उपयोग को लेकर स्पष्ट जानकारी देने हेतु बैनर लगाए जाएंगे। मंत्रालयों और विभागों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और सफल मॉडलों का दस्तावेजीकरण कर राष्ट्रीय स्तर पर प्रसार करने का भी आह्वान किया गया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि युवाओं और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी इस अभियान को नई ऊर्जा और रचनात्मकता देगी।
विशेष अभियान 5.0 अब केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय जन आंदोलन बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। स्वच्छता, अभिलेख प्रबंधन और प्रशासनिक दक्षता पर केंद्रित यह पहल भारत को न केवल अधिक स्वच्छ और व्यवस्थित बनाएगी, बल्कि एक सशक्त और विकसित भारत के लक्ष्य को भी मजबूत आधार प्रदान करेगी।