98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के दिल्ली कार्यालय का भव्य उद्घाटन

98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के दिल्ली कार्यालय का भव्य उद्घाटन
  •  CM देवेंद्र फडणवीस ने बढ़ाया मराठी साहित्य का गौरव!

नई दिल्ली | मराठी साहित्य और संस्कृति के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन, नई दिल्ली कार्यालय का भव्य उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर कई साहित्यकार, लेखक, और विद्वान उपस्थित रहे, जिन्होंने मराठी भाषा और साहित्य के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने उद्घाटन समारोह में मराठी साहित्य की समृद्ध परंपरा की सराहना करते हुए कहा,
"मराठी भाषा सिर्फ एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। इस सम्मेलन का दिल्ली में आयोजन यह दर्शाता है कि मराठी साहित्य की गूंज अब सिर्फ महाराष्ट्र तक सीमित नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच रही है।"

इस साहित्यिक आयोजन का उद्देश्य मराठी भाषा, साहित्य और संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है, जहां लेखक और साहित्य प्रेमी अपने विचारों और रचनाओं का आदान-प्रदान कर सकें।

दिल्ली में मराठी साहित्य की बुलंद आवाज़

दिल्ली में मराठी साहित्य सम्मेलन का कार्यालय खुलना एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है, जिससे मराठी भाषा को एक नई दिशा और मजबूती मिलेगी। सम्मेलन के तहत विभिन्न साहित्यिक गतिविधियां, विमर्श, काव्य गोष्ठियां, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो मराठी साहित्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होंगे।इस अवसर पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह भी आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र सरकार मराठी भाषा के विकास और संरक्षण के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।

साहित्य प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर

98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के इस आयोजन से मराठी भाषा से जुड़े साहित्यकारों और पाठकों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। इस सम्मेलन में भाग लेने वाले साहित्यकारों का मानना है कि दिल्ली में इस कार्यालय की स्थापना से मराठी साहित्य को राष्ट्रीय पहचान मिलेगी और यह साहित्यिक समृद्धि का नया द्वार खोलेगा।इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य मराठी भाषा को नई पीढ़ी के बीच लोकप्रिय बनाना और इसे डिजिटल युग में नई ऊंचाइयों तक ले जाना है। दिल्ली में इसका कार्यालय खुलना इस दिशा में एक अहम कदम है।