निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से लेकर राजस्व वसूली तक—मण्डलायुक्त विवेक की सख्ती, लापरवाह अधिकारियों का वेतन रोका, मिली कड़ी चेतावनी

निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से लेकर राजस्व वसूली तक—मण्डलायुक्त विवेक की सख्ती, लापरवाह अधिकारियों का वेतन रोका, मिली कड़ी चेतावनी
  • आर.वी.9 न्यूज़ | संवाददाता, मनोज कुमार

आज़मगढ़, 26 सितम्बर।
मण्डलायुक्त विवेक ने गुरुवार देर शाम अपने कार्यालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में साफ शब्दों में कहा कि “अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।” बैठक में एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं, राजस्व वसूली, राजस्व वादों के निस्तारण और स्थानीय निकायों की कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा की गई।

बैठक के दौरान बिना सूचना अनुपस्थित रहने वाले एडीएम मऊ और ईओ बिलरियागंज का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया। मण्डलायुक्त ने दो टूक कहा कि त्योहारों को देखते हुए नगरीय क्षेत्रों में सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति और फॉगिंग में कोई लापरवाही नहीं चलेगी। “मानक के विपरीत कार्य होने के बावजूद भुगतान करने पर सम्बन्धित ईओ पर विभागीय ही नहीं, विधिक कार्यवाही भी होगी।”


हर माह पाँच परियोजनाओं का निरीक्षण अनिवार्य

मण्डलायुक्त ने आज़मगढ़, बलिया और मऊ के सीडीओ को निर्देश दिया कि वे प्रत्येक माह अपने-अपने जिले की पाँच प्रमुख परियोजनाओं का मौके पर निरीक्षण करें और 20 तारीख तक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। निरीक्षण के समय तकनीकी विशेषज्ञों को साथ ले जाने की भी अनिवार्यता बताई गई।

समीक्षा में यह भी सामने आया कि कई परियोजनाएँ पूरी होने के बावजूद उर्जीकृत न होने से हैंडओवर अटका हुआ है। इस पर मण्डलायुक्त ने विद्युत विभाग को तत्काल कार्यवाही करने का निर्देश दिया ताकि मण्डल और जनपद की रैंकिंग में सुधार हो सके।


खराब निर्माण की होगी फोटोग्राफी

जिलाधिकारी आज़मगढ़ रविन्द्र कुमार ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को चेतावनी दी कि यदि स्थलीय निरीक्षण में निर्माण कार्य मानक के विपरीत पाया जाता है तो उसकी फोटोग्राफी कर रिपोर्ट के साथ प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि खराब गुणवत्ता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई तय है।


राजस्व वादों के निस्तारण पर जोर

राजस्व कार्यों की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने कहा कि धारा 38(2) के तहत पुराने लम्बित वादों को प्राथमिकता से निपटाया जाए। धारा 116 (कुर्रा बंटवारा), धारा 24 (पैमाइश) और धारा 34 (नामान्तरण) के अनेक मामले लंबित हैं, जिससे मण्डल की रैंकिंग प्रभावित हो रही है। उन्होंने राजस्व न्यायालयों को साप्ताहिक समीक्षा कर प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।


त्योहारों से पहले होगी पूरी तैयारी

निकायों की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने स्पष्ट कहा कि “बरसात लगभग समाप्त हो चुकी है, अब गलियों और सड़कों की मरम्मत में तेजी लाई जाए।” साथ ही, फॉगिंग की गुणवत्ता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि “सिर्फ औपचारिकता के लिए फॉगिंग नहीं होनी चाहिए, उसका असर भी जनता को दिखना चाहिए।”


इस अहम बैठक में आज़मगढ़, बलिया और मऊ के जिलाधिकारी, सीडीओ, अपर आयुक्त-प्रशासन, संयुक्त विकास आयुक्त, स्थानीय निकायों के अधिशासी अधिकारी और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।


यह बैठक मण्डल में विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ाने, पारदर्शिता सुनिश्चित करने और जवाबदेही तय करने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।