भारत के कौशल मिशन को नई उड़ान!

भारत के कौशल मिशन को नई उड़ान!
भारत के कौशल मिशन को नई उड़ान!
  • जयंत चौधरी ने एनएसटीआई बेंगलुरु में अत्याधुनिक छात्रावास का किया उद्घाटन

बेंगलुरु: भारत के युवाओं को आधुनिक कौशल विकास और रोजगार अवसरों से जोड़ने के संकल्प को और सशक्त करते हुए, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी ने आज राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (NSTI), बेंगलुरु में नवनिर्मित छात्रावास भवन का उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक छात्रावास युवाओं के लिए सुरक्षित, आरामदायक और समावेशी आवासीय सुविधा प्रदान करेगा, जिससे वे निर्बाध रूप से सीख सकें, नवाचार कर सकें और उद्योग 4.0 के लिए खुद को तैयार कर सकें।

कौशल विकास: विकसित भारत के संकल्प की आधारशिला

इस अवसर पर श्री जयंत चौधरी ने कहा,
"2047 तक विकसित भारत के संकल्प की दिशा में, युवाओं का कौशल विकास सबसे महत्वपूर्ण है। उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे के बिना यह संभव नहीं। यह छात्रावास न केवल एक आवासीय सुविधा है, बल्कि एक ऐसा प्रेरणादायक स्थान है जहां प्रशिक्षु सीखने, नवाचार और भविष्य के उद्योगों के लिए खुद को तैयार करने के लिए एक समृद्ध वातावरण प्राप्त करेंगे।"

उन्होंने प्रशिक्षुओं के जुनून और प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि "ऐसी सुविधाओं से युवा न केवल तकनीकी रूप से दक्ष बनेंगे, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी योगदान देंगे।"

11 करोड़ की लागत से बना आधुनिक छात्रावास

₹11.06 करोड़ की लागत से निर्मित, यह नवनिर्मित छात्रावास 3,423.23 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। तीन मंजिला इस भवन में 30 डबल बेड कमरे हैं, जिनमें 60 प्रशिक्षु एक साथ रह सकते हैं। यह केवल एक छात्रावास नहीं, बल्कि एक पूर्ण प्रशिक्षण केंद्र है, जिसमें –
अध्ययन कक्ष
सामुदायिक क्षेत्र
मनोरंजन कक्ष
आधुनिक, ऊर्जा-दक्ष डिज़ाइन शामिल है।

इस अत्याधुनिक सुविधा का निर्माण विश्व स्तरीय कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप किया गया है, जिससे युवाओं को सुविधाजनक और प्रेरणादायक वातावरण में प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।

कौशल भारत मिशन को नई मजबूती

राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (NSTI), कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एक प्रमुख संस्थान है, जो भारत के प्रमुख उद्योग क्षेत्रों के लिए उन्नत व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करता है। इस छात्रावास के निर्माण से देशभर के प्रशिक्षुओं को नवीनतम सुविधाएं मिलेंगी, जिससे भारत के कौशल भारत मिशन को और गति मिलेगी।

इस अवसर पर कौशल विकास मंत्रालय की महानिदेशक श्रीमती त्रिशालजीत सेठी, औद्योगिक प्रशिक्षण एवं रोजगार विभाग की आयुक्त डॉ. रागप्रिया आर., केंद्रीय लोक निर्माण विभाग बेंगलुरु के अपर महानिदेशक श्री एनएनएसएस राव, उप महानिदेशक (दक्षिण क्षेत्र) श्री अनिल कुमार, और क्षेत्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता निदेशालय (RDSE) कर्नाटक के क्षेत्रीय निदेशक श्री एनआर अरविंदन सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

कौशलयुक्त युवा, आत्मनिर्भर भारत!

यह छात्रावास केवल एक इमारत नहीं, बल्कि भारत की युवा शक्ति के सशक्तिकरण का एक प्रतीक है। यह तकनीकी शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण के क्षेत्र में भारत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए समर्पित यह पहल भारत को ‘कौशलयुक्त, सक्षम और आत्मनिर्भर’ बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी!