21 सितंबर को लगेगा साल का अद्भुत सूर्य ग्रहण, भारत से नहीं दिखेगा नजारा, NASA करेगी लाइव स्ट्रीमिंग

21 सितंबर को लगेगा साल का अद्भुत सूर्य ग्रहण, भारत से नहीं दिखेगा नजारा, NASA करेगी लाइव स्ट्रीमिंग

नई दिल्ली।
आसमान का रहस्यमयी कैनवास 21 सितंबर 2025 की रात एक दुर्लभ नजारे का साक्षी बनने जा रहा है। इस दिन सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आकर ऐसा अद्भुत दृश्य बनाएंगे, जिसे विज्ञान खगोलीय चमत्कार कहता है और परंपरा इसे आध्यात्मिक महत्व से जोड़ती है। यह होगा आंशिक सूर्य ग्रहण, जो रात 10:59 बजे से शुरू होकर अगले दिन यानी 22 सितंबर की सुबह 3:23 बजे तक चलेगा। लगभग 4 घंटे 24 मिनट तक चलने वाला यह खगोलीय आयोजन दुनिया भर में चर्चा का विषय रहेगा।


 कहाँ दिखाई देगा यह सूर्य ग्रहण?

भारतवासियों को इस बार निराशा हाथ लगेगी, क्योंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसका मुख्य दृश्य दक्षिणी गोलार्ध के देशों में ही देखा जा सकेगा।

  • न्यूज़ीलैंड के साउथ आइलैंड में इसका सबसे शानदार नजारा मिलेगा, जहां सूर्य का करीब 85% हिस्सा चांद की छाया में छिप जाएगा।

  • ऑस्ट्रेलिया का पूर्वी तट,

  • अंटार्कटिका, और

  • दक्षिणी प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में भी लोग इस अद्भुत क्षण को देख पाएंगे।

ग्रहण का चरम समय 22 सितंबर को सुबह 1:11 बजे होगा, जब चंद्रमा सूर्य को सबसे ज्यादा ढक लेगा।


 विज्ञान और आस्था की दो राहें

वैज्ञानिकों के लिए यह एक स्वाभाविक खगोलीय घटना है, जबकि हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण को विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व दिया गया है। हालांकि, चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसकी धार्मिक परंपराओं और ज्योतिषीय प्रभावों की कोई मान्यता नहीं होगी।


भारतवासी कैसे देख सकेंगे यह नजारा?

अगर आप खगोल विज्ञान के प्रेमी हैं और इस ग्रहण के साक्षी बनना चाहते हैं तो निराश न हों। NASA इस सूर्य ग्रहण का लाइव प्रसारण करने जा रही है। इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए भारत सहित दुनिया भर के लोग इसे घर बैठे देख पाएंगे।


आने वाली 21 सितंबर की रात आसमान में घटने वाली यह घटना हमें एक बार फिर ब्रह्मांड की अद्भुत शक्ति और सुंदरता का एहसास कराएगी। भले ही भारत में इसका प्रत्यक्ष दृश्य संभव न हो, लेकिन लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए इसे देखना अपने आप में रोमांचक अनुभव होगा। यह ग्रहण न सिर्फ विज्ञान प्रेमियों के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी एक यादगार खगोलीय पल बनने जा रहा है।