मण्डलायुक्त ने की विकास, निर्माण, राजस्व कार्यों की समीक्षा

मण्डलायुक्त ने की विकास, निर्माण, राजस्व कार्यों की समीक्षा
  • निर्माण कार्यों में कमी मिलने पर होगी कार्यवाही

            आज़मगढ़: मण्डालयुक्त मनीष चौहान ने सभी मण्डलीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपने अपने विभाग से सम्बन्धित निर्माण कार्यों को देख लें, यदि कार्य में कमी मिलती है तो सम्बन्धित के विरुद्ध कार्यवाही की जाय। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने मंगलवार को आयुक्त सभागार में आयोजित विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों, निर्माण कार्यों तथा कर करेत्तर वसूली एवं अन्य राजस्व कार्यों में की समीक्षा करते हुए कहा कि आईजीआरएस के मामलों को पूरी गंभीरता से लिया जाय तथा प्राप्त सन्दर्भों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाय। उन्होंने वन, बाढ़ एवं सिंचाई, स्वास्थ्य, विद्युत, जल निगम आदि विभागों की वर्तमान प्रगति का प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रजेन्टेशन कराया। वन संरक्षक डा. बीसी ब्रम्हा ने वृक्षारोपण से सम्बन्धित कार्यों का विवरण देते हुए बताया कि इस वर्ष वृक्षारोपण की थीम ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ’ है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा इस वर्ष में मण्डल हेतु कुल 1 करोड़ 25 लाख 80 हजार 600 वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें आजमगढ़ में वन विभाग द्वारा 16 लाख 26 हजार 500 व अन्य विभागों द्वारा 39 लाख 74 हजार 40 तथा जनपद मऊ में वन विभाग द्वारा 13 लाख 98 हजार 200 व अन्य विभागों द्वारा 16 लाख 52 हजार 660 रोपण किया जायेगा। इसी प्रकार जनपद बलिया में वन विभाग हेतु 11 लाख 30 हजार व अन्य विभागों हेतु 27 लाख 99 हजार 200 वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विगत वर्ष 2021 से 2023 तक रोपित वृक्षों की वर्तमान स्थिति को भी प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। मण्डालयुक्त श्री चौहान ने निर्देश दिया कि वृक्षारोपण का लक्ष्य पूरा करने के साथ ही उसका संरक्षण भी सुनिश्चित किया जाय।

            मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने बाढ़ एवं सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान अधीक्षण अभियन्ता, ड्रेनेज मण्डल बलिया को निर्देश दिया कि बाढ़ से बचाव हेतु सभी व्यवस्थायें पहले ही कर ली जाय। इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ राहत के सम्बन्ध में टेण्डर की कार्यवाही भी पहले ही पूरी करने का निर्देश देते हुए कहा कि नाव, बाढ़ चौकी स्थापना, स्वास्थ्य सेवाओं आदि की भी तैयारियॉं पूरी कर ली जाय। उन्होंने जिलाधिकारी बलिया को निर्देश दिया कि बाढ़ खण्ड द्वारा जनपद बलिया में कराये जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को चेक करायें। इसी क्रम में मण्डालयुक्त श्री चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा किया तथा प्रभारी अपर निदेशक, स्वास्थ्य डा. आईएन तिवारी को निर्देशित किया गर्मी और बरसात में होने वाली बीमारियों से बचाव हेतु समुचित व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाय। उन्होंने तीनों जनपद के जिलाधिकारियों से कहा कि जिला अस्पताल के साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का नियमित रूप से निरीक्षण कराया जाय तथा तैनाती स्थल पर चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि जो भी चिकित्सक अनुपस्थित मिले उनका वेतन रोकें, उनके विरुद्ध कार्यवाही करें। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध संसाधनों का अनिवार्य रूप से उपयोग करने का भी निर्देश दिया।

            मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि खराब ट्रान्सफार्मरों को समय सीमा के अन्दर अनिवार्य रूप से बदलना तथा विद्युत आपूर्ति रोस्टर के अनुसार करना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि ट्रान्सफार्मर बदले एवं विद्युत आपर्ति की जानकारी उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराने हेतु जनपदों में इसकी व्यवस्था की जाय। उन्होंने जिलाधिकारियों को भी इस ओर ध्यान देने का निर्देश दिया। मण्डलायुक्त ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि खराब ट्रान्सफार्मर को समय से नहीं बदलने एवं विद्युत आपूर्ति अनियमित रूप से बाधित होने के सम्बन्ध में कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। मण्डलायुक्त ने राजस्व वादों के निस्तारण की स्थिति का जायजा लेते हुए निर्देश दिया कि राजस्व वादों का निस्तारण तेजी से किया जाय तथा विशेष ध्यान देकर 3 वर्ष एवं 5 वर्ष से अधिक समय से विचाराधीन राजस्व वादों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाय। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि धारा-24 के मामलों का निस्तारण पक्षकारों की आपसी सहमति से कराने हेतु लेखपालों को सक्रिय करें। बैठक में जल जीवन मिशन, निर्माणाधीन परियोजनाओं, राजस्व वसूली आदि की भी विस्तार से समीक्षा की गयी।

            इस अवसर पर प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी, आजमगढ़ परीक्षित खटाना, अपर आयुक्त (प्रशासन) केके अवस्थी, अपर आयुक्त (न्यायिक)/प्रभारी संयुक्त विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, मुख्य अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग योगेन्द्र सिंह सहित अन्य मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे, जबकि जिलाधिकारी बलिया रवीन्द्र कुमार, जिलाधिकारी मऊ अरुण कुमार मिश्र, सीडीओ बलिया ओजस्वी राज, सीडीओ मऊ प्रशान्त नागर द्वारा वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से अपने अपने जनपद की प्रगति से अवगत कराया गया।