विश्व शिक्षक दिवस पर दिल्ली में साइकिल संग हुआ फिटनेस का उत्सव, डॉ. मांडविया ने किया नेतृत्व

नई दिल्ली।
विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली का माहौल रविवार सुबह कुछ अलग ही था। मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम से निकलकर सड़कों पर साइकिल के पहियों की गूंज सुनाई दी, जब केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल पहल के 43वें संस्करण का नेतृत्व किया।
यह केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरे देश के 10,500 से अधिक स्थानों पर एक साथ इस पहल का आयोजन हुआ, जिसमें लाखों लोगों ने भाग लेकर इसे एक भव्य राष्ट्रव्यापी आंदोलन बना दिया।
शिक्षक और खिलाड़ी बने फिटनेस के राजदूत
इस मौके पर दिल्ली से आए सैकड़ों शिक्षक छात्रों के साथ साइकिल पर उतरे। भारतीय हॉकी टीम के ओलंपिक पदक विजेता अभिषेक नैन, शतरंज ग्रैंडमास्टर तानिया सचदेव, उभरते भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव, और पुशअप मैन ऑफ इंडिया कहे जाने वाले रोहताश चौधरी जैसे दिग्गज एथलीटों ने भी साइकिल चलाकर लोगों का उत्साह बढ़ाया।
साइकिलिंग के साथ-साथ योग, रस्सी कूद, फिटनेस गेम्स और नुक्कड़ नाटक जैसी गतिविधियों ने माहौल को जीवंत बना दिया। कार्यक्रम के दौरान “फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल” का आधिकारिक गीत भी लॉन्च किया गया।
संतुलन ही जीवन का आधार
लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. मांडविया ने कहा,
“अगर हर नागरिक रोजाना एक घंटा शारीरिक गतिविधि के लिए दे तो भारत विकसित भारत के सपने की ओर और मजबूत कदम बढ़ा सकता है। साइकिलिंग हमें सिखाती है कि हम तभी आगे बढ़ते हैं जब हम संतुलन बनाए रखते हैं, और यही संतुलन जीवन का आधार है।”
उन्होंने इस आंदोलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया विजन का उत्सव बताया और इसे “जन-जन की फिटनेस क्रांति” कहा।
खिलाड़ियों ने साझा किए अनुभव
हॉकी खिलाड़ी अभिषेक नैन ने कहा कि फिटनेस उनके करियर का आधार है और अब यह भारत में संस्कृति का हिस्सा बन रही है। ग्रैंडमास्टर तानिया सचदेव ने भी प्रधानमंत्री मोदी की फिटनेस के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की और कहा कि यह आंदोलन खेलों के साथ-साथ समाज को भी जोड़ रहा है।
रिकॉर्ड की तैयारी
इस बीच, रोहताश चौधरी ने घोषणा की कि वह आगामी 2 नवंबर को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में पीठ पर 60 पाउंड का बैग लेकर एक घंटे में सबसे अधिक पुशअप्स कर नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास करेंगे।
राष्ट्रीय आंदोलन बन चुका है संडे ऑन साइकिल
43 संस्करणों के बाद यह अभियान भारत के सबसे प्रभावशाली फिटनेस अभियानों में शामिल हो चुका है। अब तक देशभर के 1 लाख से अधिक स्थानों पर 12 लाख से ज्यादा लोग इसमें शामिल हो चुके हैं। गुवाहाटी, राजनांदगांव, कोकराझार, लखनऊ, जबलपुर जैसे कई शहरों में भी आज यह आयोजन हुआ।
विश्व शिक्षक दिवस पर आयोजित यह फिटनेस महोत्सव केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक प्रेरणा थी। इसमें शिक्षक, छात्र, खिलाड़ी और आमजन सभी एक मंच पर आए और यह संदेश दिया कि फिटनेस केवल स्वास्थ्य का नहीं, बल्कि जीवन के संतुलन और विकास का आधार है। यह आंदोलन अब भारत की जीवनशैली में गहराई तक अपनी जड़ें जमा रहा है।