सरदार@150 एकता मार्च: लौह पुरुष की विरासत से युवाशक्ति को नई दिशा
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2025।
भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आज केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने भव्य “सरदार@150 एकता मार्च” का शुभारंभ किया। ‘माई भारत’ के नेतृत्व में शुरू हुई यह राष्ट्रव्यापी पहल युवाओं में एकता, देशभक्ति और नागरिक जिम्मेदारी की भावना जगाने के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखती है।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा खडसे, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, युवा स्वयंसेवक और बड़ी संख्या में गणमान्य लोग शामिल हुए।
भूमिका: केवल स्मरण नहीं, एक राष्ट्रीय आंदोलन
शुभारंभ अवसर पर डॉ. मांडविया ने कहा –
“सरदार@150 एकता मार्च केवल एक स्मरणोत्सव नहीं है, बल्कि यह युवाओं द्वारा और युवाओं के लिए एक राष्ट्रीय आंदोलन है, जो राष्ट्र निर्माण और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करेगा।”
उन्होंने युवाओं से सरदार पटेल के निस्वार्थ सेवा, एकता और त्याग के आदर्शों को जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया और कहा कि जिस तरह सरदार पटेल ने 560 से अधिक रियासतों को एकसूत्र में पिरोकर अखंड भारत का निर्माण किया, उसी तरह आज की युवा पीढ़ी को “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के मंत्र को जीवन का संकल्प बनाना होगा।
अभियान की संरचना – तीन चरणों में होगा आयोजन
चरण I: डिजिटल चरण (6 अक्टूबर से 25 नवंबर, 2025)
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सोशल मीडिया रील प्रतियोगिता, निबंध लेखन और ‘सरदार@150 यंग लीडर्स क्विज़’ का आयोजन।
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15–29 आयु वर्ग के युवाओं की भागीदारी।
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विजेताओं की घोषणा 26 नवंबर को राष्ट्रीय पदयात्रा शुरू होने से पूर्व की जाएगी।
चरण II: जिला स्तरीय पदयात्राएँ (31 अक्टूबर से 25 नवंबर, 2025)
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प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में 3 दिन की पदयात्रा (प्रतिदिन 8–10 किमी)।
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स्वास्थ्य शिविर, स्वच्छता अभियान, परिचर्चाएँ, सरदार पटेल व्याख्यान और नशामुक्त भारत संकल्प।
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स्थानीय संस्कृति, परंपराओं और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की झलक।
चरण III: राष्ट्रीय पदयात्रा (26 नवंबर से 6 दिसंबर, 2025)
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संविधान दिवस (26 नवंबर) को सरदार पटेल की जन्मस्थली करमसद से शुभारंभ।
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152 किमी की ऐतिहासिक पदयात्रा, समापन स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, केवडिया पर।
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प्रत्येक गांव में सामाजिक विकास कार्यक्रम, “सरदार गाथा सत्र” और 150 युवा नेताओं की विशेष सहभागिता।
सरदार पटेल की विरासत और युवाओं की जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “जनभागीदारी आधारित राष्ट्रनिर्माण” दृष्टिकोण से प्रेरित यह पहल युवाओं को सरदार पटेल की विचारधारा से जोड़कर उन्हें विकसित भारत की आधारशिला बनाने की दिशा में मार्गदर्शन करेगी।
डॉ. मांडविया ने कहा –
“आज का युवा ही कल का राष्ट्र निर्माता है। सरदार@150 एकता मार्च युवाओं की भागीदारी से एक ऐसी धारा बनेगा, जो भारत को आत्मनिर्भर, एकजुट और सशक्त बनाएगी।”
युवाशक्ति का संकल्प, अखंड भारत का भविष्य
‘सरदार@150 एकता मार्च’ केवल एक अभियान नहीं, बल्कि यह एक पीढ़ीगत संकल्प है। यह भारत के युवाओं को उनके भीतर छिपी राष्ट्रभक्ति, एकता और जिम्मेदारी की शक्ति का एहसास कराता है।
सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर उठाया गया यह कदम आने वाले वर्षों में देश के विकसित भारत की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
आइए, हम सब मिलकर यह शपथ लें — “एक भारत, आत्मनिर्भर भारत, अखंड भारत, विकसित भारत!” ????????






