असम को मिला विकास का नया आशियाना: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 55,000 ग्रामीण घरों का किया वर्चुअल गृह प्रवेश, 3.76 लाख नए घरों की भी दी सौगात

गुवाहाटी, असम | विशेष संवाददाता
ग्रामीण भारत की आशाओं को पंख लगाते हुए और आत्मनिर्भर गांवों की दिशा में एक और ठोस कदम बढ़ाते हुए, केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गुवाहाटी से असमवासियों को बड़ी सौगात दी। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना - ग्रामीण (PMAY-G) के तहत 55,000 नव-निर्मित घरों के वर्चुअल गृहप्रवेश समारोह में हिस्सा लिया।
इस भव्य अवसर पर श्री चौहान ने घोषणा की कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत 3.76 लाख और घरों को पीएमएवाई-जी के तहत स्वीकृति दी जाएगी, जिससे ग्रामीण इलाकों में आशियानों का सपना और साकार हो सके।
असम ने रचा नया कीर्तिमान
श्री चौहान ने अपने संबोधन में बताया कि असम ने अब तक पीएमएवाई-जी के तहत 20 लाख घरों का निर्माण पूरा कर एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने इस सफलता को "गांव-गांव में खुशहाली और आत्मसम्मान की नींव" बताया।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम — 'लखिमी मिस्त्री' पहल का शुभारंभ
ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल करते हुए, श्री चौहान ने 'लखिमी मिस्त्री' नामक महिला राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की। इसका उद्देश्य महिलाओं को निर्माण क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें रोज़गार के अवसरों से जोड़ना है। इस अवसर पर पाँच प्रशिक्षु महिलाओं को सुरक्षा किट भी प्रदान किए गए।
गांवों में ज्ञान का उजियारा — 21 ज्ञान केंद्रों का वर्चुअल उद्घाटन
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण अवसंरचना विकास निधि (RIDF) के अंतर्गत असम के विभिन्न क्षेत्रों में 21 ज्ञान केंद्रों का वर्चुअल उद्घाटन भी किया गया। ये केंद्र किसानों को समय पर तकनीकी जानकारी, संसाधनों और कृषि से जुड़ी योजनाओं की जानकारी देंगे, जिससे उनकी उत्पादकता और आत्मनिर्भरता में बढ़ोतरी होगी।
मुख्यमंत्री और मंत्रियों की सहभागिता
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने केंद्र सरकार का आभार जताते हुए कहा कि,
“यह सिर्फ घर नहीं, असम के हर गांव में आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता की एक मजबूत नींव है।”
उन्होंने कृषि और ग्रामीण विकास के लिए राज्य की प्रतिबद्धता दोहराई।
इस अवसर पर असम के कृषि मंत्री श्री अतुल बोरा और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रंजीत कुमार दास भी मौजूद थे।
एक नजर में उपलब्धियाँ:
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✅ 55,000 पीएमएवाई-जी घरों का वर्चुअल गृहप्रवेश
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✅ 3.76 लाख नए घरों की स्वीकृति
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✅ 20 लाख घरों का निर्माण पूर्ण (अब तक)
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✅ 'लखिमी मिस्त्री' महिला राजमिस्त्री योजना का शुभारंभ
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✅ 21 ग्रामीण ज्ञान केंद्रों का उद्घाटन
निष्कर्ष:
श्री शिवराज सिंह चौहान की यह पहल न केवल ईंट-पत्थर के घरों का निर्माण है, बल्कि यह सम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण का प्रतीक भी है। यह कार्यक्रम आने वाले समय में 'नए भारत के नए गांवों' की दिशा में असम को एक प्रेरणादायक राज्य के रूप में स्थापित करेगा।