भरतपुर आईटीआई बनेगा राष्ट्रीय हब: पीएम-सेतु योजना से राजस्थान में औद्योगिक क्रांति और युवाओं की नई उड़ान

नई दिल्ली/भरतपुर।
देश के कौशल विकास और तकनीकी शिक्षा के परिदृश्य में एक नया अध्याय जुड़ गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली से ₹62,000 करोड़ से अधिक की युवा-केंद्रित शिक्षा एवं कौशल विकास योजनाओं का शुभारंभ कर उन्हें राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर “पीएम-सेतु” योजना की भी शुरुआत की गई, जो आने वाले वर्षों में देश के औद्योगिक और तकनीकी ढांचे को एक नई ऊँचाई देने का वादा करती है।
इस महत्वाकांक्षी योजना के पहले चरण में राजस्थान का भरतपुर आईटीआई “हब” के रूप में उभरने जा रहा है। इसके साथ ही आईटीआई धौलपुर, करौली, कामां और बयाना को “स्पोक संस्थान” के रूप में जोड़ा जाएगा। यह मॉडल न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देगा, बल्कि हज़ारों युवाओं के लिए रोज़गार और आत्मनिर्भरता के सुनहरे अवसर खोलेगा।
पीएम-सेतु योजना क्या है?
₹60,000 करोड़ की लागत वाली केंद्र प्रायोजित पीएम-सेतु (प्रधानमंत्री कौशल सेतु योजना) देशभर के 1,000 आईटीआई संस्थानों को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित करेगी। इनमें से 200 को हब और 800 को स्पोक के रूप में विकसित किया जाएगा।
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हब संस्थान में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ, इनोवेशन सेंटर, ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स, डिजिटल लर्निंग सिस्टम और इंडस्ट्री-आधारित उत्पादन इकाइयाँ स्थापित होंगी।
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स्पोक संस्थान ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में प्रशिक्षण की पहुँच को विस्तारित करेंगे।
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प्रत्येक हब और उसके स्पोक संस्थान का संचालन उद्योगों की सक्रिय भागीदारी के साथ किया जाएगा, जिससे “सरकार-स्वामित्व, उद्योग-प्रबंधन” का नया मॉडल आकार लेगा।
भरतपुर क्लस्टर का विशेष फोकस मैन्युफैक्चरिंग, कृषि और हॉस्पिटैलिटी पर होगा। सीआईआई, फिक्की और स्थानीय उद्योगों के सहयोग से इस क्षेत्र में कौशल और रोजगार का एक मजबूत तंत्र खड़ा किया जाएगा।
जयन्त चौधरी का दृष्टिकोण
कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयन्त चौधरी ने इस अवसर पर कहा—
“जैसा कि चौधरी चरण सिंह कहा करते थे कि भारत की प्रगति का मार्ग खेतों और गाँवों से होकर जाता है। उसी प्रकार, प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में नए भारत की विकास यात्रा में आईटीआई को केंद्रीय स्तंभ बनाया गया है। देश के युवाओं के कौशल और शिक्षा से ही भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना साकार होगा।”
युवाओं के लिए सुनहरा भविष्य
पीएम-सेतु योजना के तहत भरतपुर और उसके आसपास के जिलों के हज़ारों युवाओं को न सिर्फ़ आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि उन्हें इंडस्ट्री से सीधा जुड़ाव और बेहतर रोजगार अवसर भी मिलेंगे। यह पहल राजस्थान को एक बड़े औद्योगिक हब में बदलने की दिशा में निर्णायक कदम है।
नई दिल्ली से शुरू हुई यह योजना अब सीधे भरतपुर की धरती पर औद्योगिक क्रांति का बीज बोने जा रही है। आने वाले वर्षों में जब भरतपुर आईटीआई हब बनकर देशभर के युवाओं को दिशा देगा, तब यह साबित होगा कि प्रधानमंत्री का “विकसित भारत 2047” का सपना केवल शब्द नहीं, बल्कि एक साकार होता हुआ भविष्य है।