महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड़: संजय राउत के बदले सुर, उद्धव-चंद्रकांत की मुलाकात से बढ़ी गठबंधन की अटकलें
मुंबई – महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ सामने आया है, जहां शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रति नरम रुख और उद्धव ठाकरे की भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल से मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
संजय राउत के बदले तेवर
संजय राउत, जो अक्सर भाजपा की आलोचना के लिए जाने जाते हैं, ने हाल ही में एक बयान में दावा किया कि भाजपा के कई नेता शिवसेना (यूबीटी) के साथ गठबंधन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "भाजपा में कई लोग पाटिल की 'स्वर्णिम क्षण' वाली भावनाओं को साझा करते हैं।" राउत ने यह भी संदेह व्यक्त किया कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना कितने समय तक भाजपा के साथ रहेगी।
उद्धव ठाकरे और चंद्रकांत पाटिल की मुलाकात
इस बीच, भाजपा विधायक पराग आडवाणी की बेटी के विवाह समारोह में उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल के बीच मुलाकात हुई। इस दौरान, उद्धव ठाकरे के सचिव मिलिंद नार्वेकर ने चंद्रकांत पाटिल से पूछा, "कब होगा गठबंधन?" जिस पर पाटिल ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "इस समय का मैं भी इंतजार कर रहा हूं।"
देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया
इन घटनाओं के बाद, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संजय राउत के दावे को खारिज करते हुए कहा कि आकस्मिक बैठकों की राजनीतिक व्याख्या नहीं की जानी चाहिए।
राजनीतिक हलचल तेज
इन घटनाक्रमों ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई अटकलों को जन्म दिया है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या शिवसेना (यूबीटी) और भाजपा के बीच फिर से गठबंधन संभव है, और यदि हां, तो इसका महाराष्ट्र की राजनीतिक संरचना पर क्या प्रभाव पड़ेगा।