75 वर्षों का सेवा यज्ञ: आनंदवन बना मानवता का मंदिर, मुख्यमंत्री फडणवीस ने किया श्रद्धांजलि अर्पित

75 वर्षों का सेवा यज्ञ: आनंदवन बना मानवता का मंदिर, मुख्यमंत्री फडणवीस ने किया श्रद्धांजलि अर्पित

चंद्रपुरबाबा आमटे द्वारा स्थापित आनंदवन, केवल एक संस्था नहीं, बल्कि मानवता का मंदिर है, जहां सेवा, त्याग और प्रेम की ज्योत जलती है। इसी प्रेरणादायक संगठन की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भावनाओं से भरे शब्दों में बाबा आमटे और साधनाताई आमटे के योगदान के प्रति आभार व्यक्त किया।

मानवता के लिए समर्पित 75 वर्ष

आनंदवन ने वर्षों से उन लोगों को अपनाया, जिन्हें समाज ने ठुकरा दिया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा,
"जो काम समाज ने अस्वीकार कर दिया, बाबा आमटे ने उसे गले लगाया। कठिन समय में उन्होंने कुष्ठ रोगियों की सेवा का जो व्रत लिया, वह आज भी प्रेरणास्रोत बना हुआ है। ऐसे सकारात्मक संगठनों के पीछे सरकार खड़ी रहेगी।"

फिल्म 'बाबा आमटे' का पोस्टर लॉन्च

इस ऐतिहासिक मौके पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने ऑनलाइन माध्यम से फिल्म 'बाबा आमटे' का पोस्टर लॉन्च किया। इस कार्यक्रम में आदिवासी विकास मंत्री डॉ. अशोक उईके, उद्योग मंत्री उदय सामंत, पूर्व राज्यपाल राम नाईक, विधायक किशोर जोरगेवार, करण देवतले, महारोगी सेवा समिति के सचिव डॉ. विकास आमटे, डॉ. प्रकाश आमटे, डॉ. भारती आमटे, डॉ. मंदाकिनी आमटे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

विकलांगों के लिए कौशल विकास केंद्र की सौगात

इस अवसर पर उद्योग मंत्री उदय सामंत ने घोषणा की कि आनंदवन में विकलांगों के लिए कौशल विकास केंद्र शुरू किया जाएगा, जो उद्योगों के साथ समन्वय स्थापित कर रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा,
"आनंदवन की ऊर्जा प्रेरणादायक है। यह केवल भारत ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर सेवा का अद्वितीय उदाहरण है।"

आनंदवन: जहां सेवा ही साधना है

बाबा आमटे की यह विरासत 75 वर्षों से समाज में आशा, करुणा और नवजीवन का संचार कर रही है। आनंदवन सिर्फ एक स्थान नहीं, बल्कि एक विचारधारा है – "सेवा ही सच्ची पूजा है"।

???? 75 वर्षों का यह सफर प्रेरणा से भरा है, आइए आनंदवन के इस यज्ञ को और आगे बढ़ाएं!