मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को यशवन्त कुमार सिंह का पत्र: सरकारी जमीन पर अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई की अपील

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को यशवन्त कुमार सिंह का पत्र: सरकारी जमीन पर अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई की अपील
  • यशवन्त कुमार सिंह की मुख्यमंत्री से अपील: सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को लेकर सख्त कार्रवाई की मांग
  • सरकारी जमीन पर अतिक्रमण पर यशवन्त कुमार सिंह ने उठाया सवाल, मुख्यमंत्री से किया सख्त निर्देश का अनुरोध
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र: सरकारी जमीन की सुरक्षा के लिए तहसील दिवस की सिफारिश
  • यशवन्त कुमार सिंह का महत्वपूर्ण पत्र: सरकारी जमीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की अपील
  • भा.ज.पा. समर्थक यशवन्त कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री से सरकारी जमीन पर अतिक्रमण रोकने के लिए विशेष आदेश की मांग की
  • मुख्यमंत्री को यशवन्त कुमार सिंह की अपील: सरकारी जमीन के संरक्षण के लिए नए उपायों की आवश्यकता

मऊ जिले के पाण्डेपपार गांव के निवासी यशवन्त कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक महत्वपूर्ण अपील की है। अपने पत्र में, सिंह जी ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की समस्याओं को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है और एक सख्त कदम उठाने की मांग की है। 

यशवन्त कुमार सिंह, जो एक रिटायर सैनिक और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के समर्थक हैं, ने अपनी अपील में यह मुद्दा उठाया है कि जब भी कोई व्यक्ति, नेता, या मंत्री सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करता है, तो उसे सजा का सामना नहीं करना पड़ता है। इस संदर्भ में, उन्होंने हाल की घटनाओं की ओर इशारा किया जहां सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की घटनाओं को बिना सख्त कार्रवाई के छोड़ दिया गया है। 

सिंह जी ने मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया है कि प्रत्येक तहसील और थाना क्षेत्र को निर्देशित किया जाए कि वे सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें। उनका सुझाव है कि हर थाने और तहसील में नियमित रूप से 'तहसील दिवस' और 'ग्रामसभा' आयोजित किए जाएं, जहां लोग अपने मुद्दे सीधे अधिकारियों के सामने रख सकें और त्वरित समाधान प्राप्त कर सकें। 

सिंह जी का मानना है कि यह कदम सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को नियंत्रित करने में सहायक होगा और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ेगी। उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि इन दिनों के दौरान, स्थानीय नागरिकों को सरकारी जमीन की रक्षा और उसके उचित उपयोग के बारे में जागरूक किया जाए। 

यह पत्र स्थानीय लोगों की समस्याओं को उजागर करता है और सरकारी जमीन के संरक्षण की दिशा में एक सख्त और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता को दर्शाता है। सिंह जी की यह अपील एक उदाहरण है कि कैसे नागरिक अपनी आवाज उठा सकते हैं और सरकारी नीतियों में सुधार की दिशा में योगदान कर सकते हैं।