निविदा कर्मियों के तबादले में खूब हुईं मनमानी

निविदा कर्मियों के तबादले में खूब हुईं मनमानी
  • संवाददाता __नरसिंह यादव, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
  • चेयरमैन का आदेश हुआ बेअसर

विद्युत विभाग के चेयरमैन ने जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत तीन वर्षों से अधिक समय से सब स्टेशनों पर तैनात निविदा कर्मियों को दुसरे सब स्टेशन पर तबादला कर दिया जाए। लेकिन विभागीय अधिकारियों व कम्पनी के ठेकेदारों ने तबादले में खूब मनमानी करते हुए तीन वर्षों से कम या तीन वर्ष पूरा करने वाले निविदा कर्मियों का तबादला कर दिया गया लेकिन जो 10 वर्ष या उससे अधिक समय से तैनात है उन्हें तबादला नीति से बाहर रखा गया जैसे ही तबादले की लिस्ट जारी हुई निविदा कर्मियों में गुस्सा फूट पड़ा और अपने उच्चाधिकारियों को कोसने लगे कि यह कौन सी तबादला नीति चली है जो दशकों से जमें हुए हैं उनको छुआ तक नहीं गया है।

  • कम्पनी के ठेकेदार करते हैं शोषण 

कम्पनी के ठेकेदार निविदा कर्मियों के साथ  न्याय नहीं करते सेफ्टी के नाम पर महज़ खानापूर्ति की जाती है उन्हें बिना हेलमेट जैकेट और सीटबेल्ट के साथ चढ़ाया जाता है।इनकी 8 घंटे की ड्यूटी की जगह 20 से 25 घंटे काम लिया जाता है।कुशल श्रमिक गांवों का भ्रमण करते हैं और अकुशल श्रमिक पोल पर चढ़कर फाल्ट दूर करतें हैं। कुछ श्रमिकों को एक महीने का कुशल श्रमिक का मान देय दिया गया था लेकिन अब वह फिर अकुशल श्रमिक हो गये हैं।इससे साफ जाहिर होता है की कम्पनी कर्मचारियों के साथ ज्यादती कर रही है। आखिर वह एक महीने में कुशल श्रमिक था तो अगले ही महीने में अकुशल कैसे हो गया।

  • विधुत सब स्टेशन करवल मझगांवा का हाल 

इस सब स्टेशन की आपूर्ति भगवान भरोसे चलती है यहां कोई अधिकारी रात्रि निवास तो दूर दिन में ही नहीं रह पाता क्योंकि उनके पास इसके अतिरिक्त और भी सब स्टेशन का चार्ज है। उपभोक्ता अपनी समस्या के समाधान के लिए दौड़ते दौड़ते थक जा रहें हैं।इस विद्युत सब स्टेशन पर अकुशल श्रमिक से दो वर्षों तक बिना मानदेय के काम कराया गया और वह कम्पनी व अधिकारियों के कोरे आश्वासन पर काम करता रहा लेकिन उसे नहीं रखा गया और ना तो उसकी मानदेय जारी की गयी जिससे उसने काम करना बन्द कर दिया।इस सब स्टेशन पर 10 वर्षों से अधिक समय से काम कर रहे लोगों को नहीं हटाया गया बल्कि तीन साल के पहले वालों को ही हटा दिया गया।जिसको लेकर निविदा कर्मियों में रोष व्याप्त है।