वाशिम में मासूम की दर्दनाक मौत: नाली में गिरा 3 साल का स्वराज, JCB से निकाला गया शव – पिता बिलखते रहे, ग्राम पंचायत पर लापरवाही का आरोप

- आर.वी.9 न्यूज़ | संवाददाता, मनोज कुमार
वाशिम (महाराष्ट्र)।
महाराष्ट्र के वाशिम ज़िले में एक मासूम की जान ने पूरे गांव को झकझोर दिया। गोंडेगांव में 3 साल का बच्चा स्वराज घर के बाहर खेलते-खेलते बारिश के पानी से भरी नाली में गिर गया और बहकर सीमेंट पाइप में फंस गया। जब तक ग्रामीण और प्रशासन उसे निकालने की कोशिश करते, तब तक उसकी नन्ही ज़िंदगी हमेशा के लिए बुझ चुकी थी।
कैसे हुआ हादसा?
गुरुवार सुबह करीब 11 बजे स्वराज अपने घर के सामने खेल रहा था।
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पास ही ग्राम पंचायत ने पिछले साल नालियों का निर्माण कराया था।
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भारी बारिश के चलते नाली में पानी भर गया।
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खेलते-खेलते मासूम अचानक नाली में गिर गया और तेज बहाव में बहकर पाइप में जा फंसा।
ग्रामीणों ने जैसे ही बच्चे को बहते देखा, शोर मच गया। अफरा-तफरी के बीच JCB मशीन मंगाई गई और लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे का शव बाहर निकाला जा सका।
बिलखते रहे पिता, रो पड़ा पूरा गांव
बेटे के शव को बाहर निकालते ही परिवार में कोहराम मच गया। पिता नाले में बैठकर बिलखते रहे, उनका दर्द देखकर हर आंख नम हो गई। पूरा गांव इस हादसे से सदमे में है।
ग्राम पंचायत पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर ग्राम पंचायत की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि नालियों का निर्माण तो किया गया, लेकिन सुरक्षा इंतज़ाम और ढक्कन जैसी बुनियादी ज़रूरतों को नजरअंदाज कर दिया गया।
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नागरिकों ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से शिकायत की।
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प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
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आश्वासन दिया गया है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि पूरे समाज को यह सवाल पूछने पर मजबूर करता है कि विकास के नाम पर बनी अधूरी योजनाओं की कीमत कब तक मासूम ज़िंदगियों को चुकानी पड़ेगी?