काशी से किसानों के खातों तक खुशहाली की सौगात — "पीएम किसान सम्मान निधि" बनी समृद्ध भारत की पहचान

काशी से किसानों के खातों तक खुशहाली की सौगात — "पीएम किसान सम्मान निधि" बनी समृद्ध भारत की पहचान

विशेष रिपोर्ट | सेवापुरी, वाराणसी

वाराणसी (उत्तर प्रदेश):
प्राचीन संस्कृति और आध्यात्मिक नगरी काशी से एक बार फिर देश के अन्नदाताओं को खुशहाली की सौगात मिलने जा रही है। 02 अगस्त 2025 को सुबह 11:00 बजे से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों के खातों में सम्मान राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी। इस ऐतिहासिक क्षण का आयोजन बनौली, सेवापुरी, वाराणसी में बड़े उत्साह के साथ किया जा रहा है।


योजना की चमक, किसान की मुस्कान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई यह योजना आज देश के करोड़ों किसानों की आर्थिक रीढ़ बन चुकी है। इसका उद्देश्य स्पष्ट है — "हर खेत को समर्थन, हर किसान को सम्मान"।

योजना के तहत:
हर पात्र किसान को ₹6,000 वार्षिक आर्थिक सहायता
 तीन किस्तों में सीधे बैंक खाते में DBT के माध्यम से भुगतान
 खेती-बाड़ी, खाद-बीज, सिंचाई और घरेलू जरूरतों के लिए वित्तीय सहारा


इस कार्यक्रम का मुख्य संदेश:

“समृद्ध और सशक्त किसान, आत्मनिर्भर भारत की असली पहचान।”


काशी से देश को संदेश:
गंगा के घाटों की पवित्र भूमि से इस योजना के तहत लाभ की अगली किश्त जारी की जाएगी। यह आयोजन केवल एक सरकारी प्रक्रिया नहीं, बल्कि किसान-सम्मान का राष्ट्रीय उत्सव है।


तस्वीरों में झलकता आत्मविश्वास:
कार्यक्रम के बैनर पर प्रधानमंत्री मोदी की छवि और पृष्ठभूमि में काशी की ऐतिहासिक विरासत इस बात का प्रतीक है कि भारत की प्रगति की कहानी खेतों से होकर गुजरती है।


सभी किसानों से अपील:
अपने बैंक खाते, आधार व मोबाइल नंबर अपडेट रखें ताकि योजना का लाभ बिना किसी अड़चन के मिले।


जब काशी से उठता है किसान सम्मान का उद्घोष, तो उसकी गूंज देशभर के खेतों तक जाती है। आइए, मिलकर बनाएं एक समृद्ध, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत! ????????????


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